डॉक्टर की सलाह- सर्दी-जुकाम होते ही तुरंत न कराएं जांच, जानिए JN.1 का इनक्यूबेशन पीरियड
कोरोना का नया वैरिएंट JN.1 पिछले डेढ़ महीने से दुनियाभर में तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है। अब तक हुए अध्ययनों में पाया गया है कि भले ही इसकी संक्रामकता दर ओमिक्रॉन के अन्य वैरिएंट्स से ज्यादा है पर इसके कारण गंभीर रोगों के विकसित होने का जोखिम कम देखा जा रहा है।
भारत में इसके जोखिमों को देखें तो पता चलता है कि पिछले दो-तीन दिनों से यहां दैनिक संक्रमण के मामलों में कमी आई है। करीब 20 दिनों से जहां रोजाना 500-600 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की जा रही थी, वह घटकर अब औसतन रोजाना 300 रह गई है।
कोरोना संक्रमण और टेस्टिंग
कोरोना के इस नए वैरिएंट के बढ़ने के साथ देश में पिछले एक महीने से कोविड टेस्टिंग भी बढ़ा दी गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कोविड की जांच कराना सभी के लिए जरूर नहीं है, इन दिनों फ्लू और ठंड के कारण सर्दी-जुकाम के मामले भी बढ़ रहे हैं, जरूरी नहीं है कि ये कोविड के कारण ही हो। कोविड की जांच को लेकर कई राज्य सरकारों ने दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। आइए जानते है कि कोविड-19 का इनक्यूबेशन पीरियड क्या है