Donald Trump का क्रिप्टोकरेंसी पर ‘U-Turn’ कराएगा व्हाइट हाउस में वापसी, बनाया खास प्लान

जब से डोनाल्ड ट्रंप का चुनावी कैंपेन शुरू हुआ है और कुछ महीनों में इस कैपेंन ने जोर पकड़ा है. तब से क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉइन एक बार फिर से केंद्र में आ गई है. खास बात तो ये है कि क्रिप्टोकरेंसी के समर्थन के तौर पर एक नए पोस्टर ब्वॉय के रूप में उभरे डोनाल्ड ट्रंप कभी भी इसका समर्थन नहीं करते थे. जी हां, उन्होंने अपने प्रेसीडेंट के कार्यकाल के दौरान कहा था कि किप्टोकरेंसी से आतंकवाद, ड्रग्स का इललीगल कारोबार को मदद मिलती है. अब जब वो अमेरिका को दुनिया का क्रिप्टो प्लेनेट बनाने का ऐलान कर रहे हैं तो उन्हें क्रिप्टो लवर और दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन एलन मस्क का साथ मिल रहा है.
खास बात तो ये है उन्होंने अपने बच्चों के साथ मिलकर क्रिप्टोकरेंसी का बिजनेस भी शुरू कर दिया है. जिसे एक कंपनी की शक्ल दी है. जिसे क्रिप्टो सपोर्टर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक पॉजिटिव मूव बता रहे हैं. वहीं दूसरी ओर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बिडेन सरकार का रुख अमेरिकी इंवेस्टर देख चुके हैं. वहीं वह ये भी जानते हैं कि अगर कमला हैरिस या यूं कहें कि डेमो​क्रेटिक पार्टी सत्ता में फिर से आती है तो क्रिप्टकरेंसी का कारोबार एक बार फिर से ठप हो जाएगा.
ऐसे में सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के क्रिप्टो लवर्स एवं सपोर्टर्स की नजरें अमेरिकी चुनाव और डोनाल्ड ट्रंप पर जाकर गढ़ गई हैं. जानकारों का कहना है कि बीते 3 दशकों में अमेरिकी प्रेंसीडेंशियल इलेक्शन इससे ज्यादा दिलचस्प कभी नहीं देखने को मिला है. आइए जरा आंकड़ों विदेशी मीडिया में बाते कर रहे जानकारों के बयानों से समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर डोनाल्ड ट्रंप, क्रिप्टोकरेंसी में उनका कारोबार और चुनाव किस तरह से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं.
अमेरिका को बनाएंगे दुनिया की क्रिप्टो कैपिटल
डोनाल्ड ट्रंप चुनाव जीतने के बाद अमेरिका को पृथ्वी की क्रिप्टो कैपिटल बनाने का वादा कर रहे हैं. उस वादे को पूरा करने से संभवतः उन्हें पर्सनली भी काफी फायदा मिलेगा. राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दौड़ के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करने के लिए एक नया वेंचर भी शुरू किया है, जिसे वह उन्हीं सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रचारित कर रहे हैं जिनका उपयोग वह अपने कैंपेन के लिए करते हैं. उनके दोनों बेटे डोनाल्ड जूनियर ट्रंप और एरिक ट्रंप वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल नाम के अपने नए प्लेटफॉर्म के बारे में लगातार पोस्ट कर रहे हैं. साथ ही एरिक ट्रंप की पत्नी लारा ट्रम्प भी लगातार इस वेंचर को प्रमोट कर रही हैं. लारा मौजूदा समय में ​रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के रूप में भी काम करती हैं.
कोई परेशानी की बात नहीं
ट्रम्प ने लंबे समय से अपने पॉलिटिकल और बिजनेस इंटस्ट्स को हमेशा एक दूसरे के साथ कनेक्ट किया है. अपने मौजूदा कैपेंन के दौरान व्हाइट हाउस में अपने होटल्स और गोल्फ कोर्स को प्रमोट किया, जबकि स्नीकर्स, बाइबिल और अपनी सोशल मीडिया कंपनी में शेयर बेचे हैं. अब, ट्रम्प ने एक नया पैसा बनाने का वेंचर शुरू किया है. अगर ट्रंप राष्ट्रपति बनते हैं तो कंपनी की वैल्यू जबरदस्त इजाफा देखने को मिल सकता है. साथ ही क्रिप्टो एडवोकेट्स द्वारा लंबे समय से मांगे गए कानूनी और रेगुलेटरी बदलाव को आगे बढ़ाने की ताकत हासिल कर सकता है.
वाशिंगटन में सरकारी वॉचडॉग ग्रुप सिटीजन्स फॉर रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड एथिक्स के प्रवक्ता जॉर्डन लिबोविट्ज़ ने कहा कि ट्रंप का क्रिप्टो सपोटर्स जैसा रुख अपनाना आवश्यक रूप से परेशान करने वाला नहीं है. परेशानी वाली बात ये है कि व्यक्तिगत रूप से इससे लाभ उठाने का रास्ता शुरू करते हुए ऐसा करना है. लिबोविट्ज़ ने कहा कि इसकी सफलता अमेरिकी इकोनॉमिक पॉलिसी से काफी हद तक जुड़ी हो सकती है.
कंपनी को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं
क्रिप्टो समाचार साइट कॉइनडेस्क के अनुसार, वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल उधार लेने और उधार देने वाली डफ फाइनेंस जैसी कंपनी ही है जिसे हाल में हैक किया गया था. इस कंपनी के ऐप को वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल टीम के सदस्यों के रूप में चार लोगों द्वारा बनाया गया है. वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल के बारे में कई विवरण, जिसमें ट्रम्प और उनके परिवार के सदस्यों की इसमें कितनी हिस्सेदारी है, अभी भी अज्ञात है. लारा ट्रम्प द्वारा मंगलवार को अपने एक्स अकाउंट पर “वर्ल्ड लिबर्टी में हमारे गोल्” के बारे में पोस्ट करने के बाद, उनके पति, एरिक ट्रम्प ने ऑनलाइन पोस्ट किया कि लारा और उनकी बहन, टिफ़नी के अकाउंट को हैक किया गया है.
5 साल पहले क्या था ट्रंप का रुख
व्हाइट हाउस में अपने समय के दौरान, ट्रम्प ने कहा था कि वह क्रिप्टोकरेंसी के “फैन” नहीं है. उन्होंने साल 2019 में ट्वीट किया था कि अनियंत्रित क्रिप्टो असेट्स इललीगल ड्रग्स के कारोबार और दूसरी अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देने का काम करती हैं. अब ट्रंप ने इस मामले में पूरी तरह से यूटर्न ले लिया है. साथ ही क्रिप्टोकरेंसी के प्रति एक फेवरेबल व्यू अपना लिया है. खास बात तो ये है कि मई उन्होंने घोषणा की थी कि उनका कैपेन क्रिप्टोकरेंसी में दान एक्सेप्ट कर देगा. खास बात तो ये है उन्होंने क्रिप्टो करेंसी को एक्सेप्ट करने की घोषणा के दौरान कहा था कि इससे देश में चुनाव के दिन क्रिप्टो आर्मी तैयार होने में मदद मिलेगी.
क्या है ट्रंप काक्रिप्टो पर प्लान
यदि ट्रम्प एक बार फिर से व्हाइट हाउस में एंट्री करते हैं तो उन्होंने मॉनेटरी पॉलिसी पर ज्यादा कंट्रोल रखने की बात की है. यह सुझाव देते हुए कहा कि व​ह फेडरल रिजर्व पर कम ब्याज दरें तय करने का दबाव डालेंगे. ट्रम्प ने एनर्जी प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए बिटकॉइन माइनिंग का यूज उपयोग पर सब्सिडी देने की भी बात की है. फेडरल रिजर्व की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के निर्माण को रोकले की कसम खाई है – जो केंद्रीय बैंक के पैसे का एक डिजिटल रूप है जो आम लोगों के लिए अवेलेबल होगा. हालांकि इस पर अभी भी काम हो रहा है, कई क्रिप्टो एडवोकेट्स केंद्र सरकार की ओर से लाई जा रही डिजिटल करेंसी का विरोध कर रहे हैं.
जानकार कर रहे हैं सपोर्ट
क्रिप्टोकरेंसी को एक्सेप्ट करना ट्रम्प ट्रंप कैंपेन का युवाओं के तक पहुंच बढ़ाने का एक तरीका हो सकता है. क्रिप्टो ट्रम्प के सहयोगियों को भी आकर्षित करता है. ट्रम्प सपोर्टर एक्टीविस्ट से क्रिप्टो प्रमोटर बने डस्टिन स्टॉकटन ने कहा कि वह क्रिप्टो स्पेस में पूर्व राष्ट्रपति के प्रयासों और वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल के लॉन्च का सपोर्ट कर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ट्रंप परिवार की भागीदारी और इंवॉल्वमेंट और यह सीखना कि क्रिप्टो का बेस क्या है, मुझे लगता है कि यह वास्तव में एक पॉजिटिव बात है.
स्टॉकटन ने एसईसी प्रमुख गैरी जेन्सलर की कॉइनबेस और बिनेंस जैसी कंपनियों की सर्च का हवाला देते हुए बिडेन एडमिनिस्ट्रेशन को क्रिप्टो-विरोधी बताया. वहीं जे.डब्ल्यू. जॉर्ज मेसन यूनिवर्सिटी के लॉ स्कूल के प्रोफेसर वेरेट ने कहा कि ट्रंप एक नया प्रोजेक्ट शुरू करने और उन पॉलिसीज को बढ़ावा देने में कानून का उल्लंघन नहीं करेंगे जिनसे उसे फायदा होगा.

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