“राजनीति में दरवाजे परमानेंट बंद नहीं होते….” : बिहार में BJP-JDU के साथ आने की खबरों पर सुशील मोदी
इन तमाम अटकलों के बीच अब बिहार की राजनीति से जुड़े तमाम दल के नेताओं की तरफ से प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है.
राजनीति में दरवाजे परमानेंट बंद नहीं होते. अगर दरवाजा बंद है तो खुल भी सकते हैं. राजनीति संभावनाओं का खेल है, कुछ भी हो सकता है.
बिहार के मौजूदा राजनीतिक हालात पर आरएलजेडी प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा कहते हैं, “ऐसी चर्चा है कि वह एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। यह सच है कि सीएम नीतीश कुमार (भारत गठबंधन) छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। अगर वह एनडीए में शामिल होते हैं तो बड़ी बात होगी।” सवाल यह है कि चुनाव के बाद वह एनडीए के साथ रहेंगे या नहीं… इसकी क्या गारंटी है कि वह लोकसभा चुनाव के बाद एनडीए गठबंधन नहीं छोड़ेंगे…”
वहीं, कांग्रेस के नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के साथ बने रहेंगे. नीतीश कुमार ने बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का संकल्प लिया है और हमें उनके संकल्प पर भरोसा है.