किन कारणों से बच्चे भी हो रहे हार्ट अटैक के शिकार?
आज के समय में खराब लाइफस्टाइल कई बड़ी परेशानियों का कारण बनती है. इसका असर हमारे दिल की सेहत पर भी पड़ता है, जिसके चलते हार्ट अटैक जैसी स्थिति पैदा होने लगती है. पहले तो ये परेशानियां बड़ों में ही देखी जाती थीं, लेकिन आजकल बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं.
यह तब होता है जब दिल की मांसपेशियों में खून का फ्लो रुक जाता है. Healthychildren.org के अनुसार कई बच्चों को मस्कुलोस्केलेटल चेस्ट पेन की वजह से छाती में दर्द उठता है. आइए जानते हैं बच्चों में हार्ट अटैक होने के कुछ संभावित कारण.
क्या जन्म से ही होताहै बच्चों में हार्ट अटैक का खतरा?
डॉक्टर्स की मानें तो कुछ बच्चों में हार्ट अटैक का खतरा जन्म से ही देखा जाता है. बताते हैं किजब महिला प्रेगनेंट होती है, तब बच्चे कंजेनाइटल हार्ट डिजीज की चपेट में आ जाते हैं और ये परेशानी ताउम्र झेलनी पड़ती है. इस बीमारी में दिल की दीवारें, वॉल्व और वेसल्स पर प्रभाव पड़ता है. यह हार्ट अटैक का सबसे बड़ा खतरा बन जाता है.
कावासाकी रोग-
कावासाकी रोग में हृदय, फेफड़े, गुर्दे और आंत प्रभावित होते हैं. इनमें सूजन आ जाती है. यह प्रतिरक्षा प्रणाली में गड़बड़ी के कारण होता है और कोरोनरी नसों को प्रभावित कर सकता है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक हो सकता है.