Economic Survey 2024 में बताया, क्यों महंगी हुई दाल, टमाटर लगातार हुआ ‘लाल’?

इकोनॉमिक सर्वे 2024 देश के सामने आ चुका है. सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी से लेकर 7 फीसदी तक के बीच ग्रोथ रेट का अनुमान लगाया है. वहीं दूसरी ओर सर्वे में महंगाई को लेकर बड़ी चिंता व्यक्त की गई है. सर्वे में कहा गया है कि खाद्य महंगाई लगातार ऊंची बनी हुई हैं. टमाटर, प्याज कीमतें काफी ऊंची हैं. वहीं दूसरी ओर दालों की कीमतें भी काफी हाई हैं. इकोनॉमिक सर्वे में कहा गया है कि देश में बढ़ती महंगाई का प्रमुख कारण क्लाइमेट यानी जलवायू में बदलाव है. जहां एक ओर भीषण गर्मी की वजह से फसलों का नुकसान हो रहा है. उसके बाद भारी बारिश के कारण भी फसल और सप्लाई चेन दोनों प्रभावित हो रही हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर महंगाई को लेकर इकोनॉमिक सर्वे में किस तरह की बातें कहीं गई हैं.
खाद्य महंगाई में लगातार इजाफा
इकोनॉमिक सर्वे के अनुसार महंगाई में लगातार बढ़ने की प्रमुख वजह खाद्य कीमतों में इजाफा है. सर्वे के मुताबिक उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) पर बेस्ट फूड इंफ्लेशन वित्त वर्ष 2022 में 3.8 फीसदी देखने को मिली थी. जोकि वित्त वर्ष 2023 में 6.6 फीसदी पर आ गई. वित्त वर्ष 2024 में खाद्य महंगाई 7.5 फीसदी देखने को मिली है. इसका मतलब है कि बीते दो वित्त वर्ष में खाद्य महंगाई में 97 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. अगर बात जून महीने की करें तो सरकारी आंकड़ों के अनुसार फूड इंफ्लेशन 9.55 फीसदी था, जबकि मई 2024 में ये आंकड़ा 8.69 फीसदी देखने को मिला था.
क्या है बढ़ती महंगाई की वजह
इकोनॉमिक सर्वे में बढ़ती महंगाई की प्रमुख वजह जलवायु परिवर्तन यानी क्लाइमेट चेंज को बताया है. इकोनॉमिक सर्वे में कहा गया है कि खाद्य पदार्थों की कीमतें गर्मी बढ़ने, पूरे देश में मानसून एक जैसा ना होने, बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि, और देश के अलग अलग इलाकों में सूखे की वजह से बढ़ी हैं. सर्वे में कहा गया है कि सब्जियों के दाम ज्यादा गर्मी और बेतहाशा बारिश की वजह फसल खराब हुई है. इस दौरान प्याज-टमाटर के दाम काफी बढ़े हैं. अगर बात दालों की करें तो बीते दो साल में दालों का उत्पादन कम हुआ है और कीमतों में तेजी देखने को मिली है.
5 महीने की ऊंचाई पर महंगाई
जुलाई में जून महीने के महंगाई का डाटा सामने आया है. आंकड़ों के जून में रिटेल महंगाई 5 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गई है. सरकारी डाटा के अनुसार भारत की रिटेल महंगाई 5.08 फीसदी देखने को मिली. जबकि मई के महीने में रिटेल महंगाई 4.75 फीसदी देखने को मिली थी. जोकि करीब एक साल के लोअर लेवल पर थी. मई के महीने में महंगाई दर आंकड़ा 4.83 फीसदी पर था.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *