दुनियाभर के अर्थशास्त्रियों ने माना भारत का लोहा, 2 साल तक कोई नहीं छिन पाएगा ये ताज: रिपोर्ट

भारत इस साल और अगले साल सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन रहेगा. यह ताज देश से कोई नहीं छीन पाएगा. ऐसा कहना है दुनियाभर के अर्थशास्त्रियों का. रॉयटर्स द्वारा अर्थशास्त्रियों के बीच कराए गए एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि लगातार बढ़ रहे सरकारी खर्च के कारण भारत इस साल और अगले साल सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान महंगाई बढ़ने की संभावना भी नहीं है.

रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश ने मार्च में खत्म होने वाले इस वित्तीय वर्ष की पहली दो तिमाहियों में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया. इसके पीछे मई में होने वाले राष्ट्रीय चुनाव के मद्देनजर विकास की गति को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा बढ़ाया गया खर्च एक बड़ा कारक है.

केंद्र का अहम किरदार

रिपोर्ट का कहना है कि हाल के वर्षों में केंद्र सरकार का अधिकांश सरकारी खर्च बुनियादी ढांचे के निर्माण में गया है. हालांकि, इस दौरान निजी निवेश और रोजगार सृजन पीछे रह गया है, इससे पता चलता है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में केंद्र सरकार की बड़ी भूमिका जारी रहेगी.

6.9 फीसदी की रफ्तार

54 अर्थशास्त्रियों के बीच 10-23 जनवरी तक कराए गए सर्वेक्षण में भविष्यवाणी की गई है कि इस वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था 6.9% बढ़ेगी. यह दिसंबर के सर्वेक्षण में की गई भविष्यवाणी 6.7% से कुछ अधिक है. इसके बाद अगले वित्तीय वर्ष में 6.3% का विस्तार होने का है, जो पिछले सर्वेक्षण के समान ही है.

महंगाई होगी कम

खाद्य कीमतों के दबाव के कारण मुद्रास्फीति दिसंबर में चार महीनों में सबसे तेज गति से बढ़कर 5.69% हो गई लेकिन अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि यह जल्द ही कम हो जाएगी. पैंथियन मैक्रोइकॉनॉमिक्स के चीफ इमर्जिंग एशिया इकोनॉमिस्ट मिगुएल चान्को ने कहा, “हमें उम्मीद है कि मुद्रास्फीति अल्पावधि में काफी हद तक कम हो जाएगी.” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह अर्थव्यवस्था सुस्ती के भी सूचक हैं. उन्होंने कहा कि यह खासतौर पर निजी खपत में कमी दिखा रहा है जो विकास का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है.

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