ED ने महादेव एप धनशोधन मामले में 2 लोगों को किया गिरफ्तार, 5 दिन की रिमांड पर
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग एप मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. नितिन टिबड़ेवाल और अमित अग्रवाल को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के मामले में विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार में किया गया है. दोनों को 17 जनवरी तक ईडी की रिमांड पर भेजा गया है. गिरफ्तार अमित अग्रवाल रायपुर का रहने वाला है जबकि नितिन टिबड़ेवाल कोलकाता का निवासी है.
ईडी के वकील सौरभ पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि महादेव एप मामले की जांच के दौरान अमित अग्रवाल और नवीन टिबड़ेवाल का नाम सामने आया था. जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के बाद दोनों को शुक्रवार को रायपुर में एक विशेष अदालत में पेश किया गया. वकील ने बताया कि नितिन पर विकास चप्परिया के सहयोगी होने का आरोप है जो खुद इस मामले में आरोपी है. बताया जा रहा है कि नितिन के Techpro IT Solutions Ltd. में सबसे ज्यादा शेयर थे. ये कंपनी विदेश में निवेश के नाम महादेव ऐप के लिए काम कर रही थी.
अनिल अग्रवाल का भाई है अमित अग्रवाल
वहीं अमित अग्रवाल महादेव एप में पार्टनर अनिल अग्रवाल का भाई है. जिसने महादेव एप से मिली रकम का उपयोग संपत्ति खरीदने में किया है. ये संपत्ति अमित ने अपने और अपनी पत्नी के नाम पर खरीदी है. अमित पर आरोप है कि उसने अपने भाई अनिल अग्रवाल से महादेव ऐप के जरिए पैसे लिए थे इन्हीं पैसों से उसने संपत्ति खरीदी थी. अमित और उसकी पत्नी के बैंक अकाउंट से 2.5 करोड़ रुपए गए हैं. उसने फर्जी लोन भी दिखाए हैं. जांच में अब तक 2 करोड़ से ज्यादा का लेनदेन सामने आ चुका है.
ईडी ने दोनों आरोपियों से की पूछताछ
गिरफ्तारी के बाद दोनों ही आरोपियों से ईडी के अधिकारियों ने कई घंटे पूछताछ की. इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान ईडी ने कोर्ट से दोनों आरोपियों की पांच दिनों की रिमांड मांगी थी, ताकि इस मामले में लिप्त दूसरे लोगों के बारे में भी जानकारी मिल सके. कोर्ट ने ईडी को 17 जनवरी तक की रिमांड की इजाजत दे दी है जिसके बाद अब दोनों ही आरोपियों की पेशी 17 जनवरी को होगी.
अब तक 572.41 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त
आपको बता दें कि ईडी महादेव एप मामले में अब तक 572.41 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी है, जिनमें 142.86 करोड़ रुपए मूल्य की चल और अचल संपत्तियां कुर्क की गई हैं. ईडी ने इस मामले में दो आरोपपत्र दायर किए हैं, जिनमें सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के नाम शामिल हैं. दोनों को ही दुबई में हिरासत में लिया गया था. एजेंसी दोनों को ही भारत लाने की कोशिश कर रही है. विशेष कोर्ट ने उप्पल के दुबई से भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है.