महादेव बेटिंग एप केस में ED को मिली बड़ी कामयाबी, दुबई से भारत लाया जाएगा रवि उप्पल
महादेव सट्टा एप मामले में उसके प्रमोटर्स की मुश्किलें अब और बढ़ जाएंगी. प्रत्यर्पण के जरिए भारत लाने की अहम क़ानूनी औपचारिकता विशेष अदालत में पूरी कर ली गई है. ED द्वारा जांच मामले में लंबे समय से रवि उप्पल को दुबई जेल में इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस की वजह से रखा गया है. जानकारों की मानें तो ऐसे मामले में गिरफ्तारी नियमों के अनुरूप 60 दिनों के अंदर भारतीय दूतावास को दुबई कोर्ट में प्रत्यर्पण की कार्रवाई पूरी करते हुए करना होता है. इसके बाद ही उसे भारत लाया जा सकता है.
वर्तमान में रवि उप्पल बीते क़रीब 32 दिनों से हिरासत में दुबई जेल में बंद है. रायपुर के विशेष अदालत में महत्वपूर्ण विधिक औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए लंबे समय से केंद्रीय एजेंसी प्रयास कर रही है.
विदेश से अपराधी को लाने की प्रक्रिया
इस बारे में ED के विशेष लोक अभियोजक डॉक्टर सौरभ पांडे ने बताया कि प्रत्यर्पण के लिए आवेदन कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. वहीं पीएमएलए की धारा 59 के अंतर्गत प्रत्यर्पित किए जाने संबंधी इस आदेश को स्वीकार किए जाने के बाद अब विशेष अदालत में दस्तावेजों की एक कॉपी को अरबी लिपि में लिपिबद्ध कर पेश किया गया है. विशेष अदालत ने दुबई स्थित सक्षम अदालत को प्रत्यर्पण के लिए आग्रह पत्र जारी कर दिया है.
दुबई की अदालत देगी सहमति
ED इस पूरे विधिक अभिलेख को विदेश मंत्रालय को सौंपेगा, जिसके बाद विदेश मंत्रालय से दुबई स्थित भारतीय उच्चायोग को सौंपा जाएगा. भारतीय उच्चायोग दुबई की सक्षम अदालत में इस दस्तावेज़ को पेश करेगी, जिसके बाद प्रत्यर्पण के लिए विधिक सहमति दुबई की अदालत द्वारा दे दिया जाएगा.
नेता और अधिकारियों की बढ़ेंगी मुश्किलें
इसके बाद ही रवि उप्पल को ED हिरासत में लेकर भारत ला सकेगी. बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ सहित देश भर में ऑनलाइन सट्टे के इस बड़े नेक्सस में पैसे कब किसे और कैसे पहुंचाया जाता था इसकी जानकारी रवि उप्पल से मिलेगी. यही वजह है की इस केस से जुड़े कई दिग्गज नेता और अधिकारियों की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं.