जब से RBI ने एलान किया है, Paytm गिरे ही जा रहा है! दो दिन में 40% का ‘घाटा’
2 फरवरी को बाज़ार खुलने के साथ ही डिजिटल पेमेंट फ़र्म पेटीएम (Paytm) के शेयर लगातार दूसरे दिन 20% गिर गए. केंद्रीय रिज़र्व बैंक के आदेश के बाद ये दो दिनों में दूसरी गिरावट है.
बीते रोज़, 1 फ़रवरी को भी पेटीएम के शेयर 20% गिरे थे, जिससे ट्रेडिंग सेशन में लोअर सर्किट (lower circuit) लग गया है.
इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर पेटीएम की पेरेंट कंपनी ‘वन-97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड’ के शेयर गिरकर 487.20 रुपये पर आ गए हैं. इसके साथ ही कंपनी के शेयर 52 हफ़्तों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं.
31 जनवरी को ख़बर आई कि RBI ने नियमों का उल्लंघन करने के चलते पेटीएम के पेमेंट्स बैंक पर क्रेडिट ट्रांज़ैक्शन और किसी भी तरह का डिपॉज़िट लेने की रोक लगा दी है. और, 29 फरवरी के बाद Paytm अब बैंकिंग सुविधा नहीं दे पाएगा. वैसे तो कंपनी ने दावा किया है कि वो RBI की गई कार्रवाई की वजह से आने वाली कठिनाइयों को दूर कर देगी, मगर कई विश्लेषकों ने संकेत दिया है कि पेटीएम के संचालन को नुक़सान तो होगा ही.
कंपनी के मालिक विजय शंकर शर्मा ने अपने कस्टमर्स को आश्वासन दिया है कि ऐप काम कर रहा है और 29 फरवरी के बाद भी हमेशा की तरह ही काम करता रहेगा. उन्होंने X पर लिखा,
“मैं Paytm टीम के हर सदस्य के साथ आपके समर्थन को सलाम करता हूं. हर चुनौती का समाधान होता है और हम राष्ट्र की सेवा के लिए पूरी ईमानदारी के साथ प्रतिबद्ध हैं.”
आश्वासनों और डैमेज कंट्रोल के बावजूद, बाज़ार बूझने वालों का कहना है कि केंद्रीय बैंक की कार्रवाई का असर तो पड़ना ही है. जेफ़रीज़, जेपी मॉर्गन, जेएम फाइनेंशियल और एक्सिस कैपिटल जैसी ब्रोकरेज कंपनियों ने पेटीएम स्टॉक को डाउनग्रेड किया है. माने उनके मुताबिक़, पेटीएम में निवेश करना ठीक नहीं.
इससे पहले, स्टॉक एक्सचेंज फ़ाइलिंग में पेटीएम ने संकेत दिया था कि ख़राब से ख़राब स्थिति में इस साल 300 से 500 करोड़ रुपये का नुक़सान हो सकता है.
पेटीएम के टॉप मैनेजमेंट ने गुरुवार, 1 फरवरी को एक ऐनालिस्ट कॉल करवाई थी. इसमें चुनौतियों से निपटने की योजना तय की गई हैं.