Explainer: दिल्ली में एक साथ 17 गाड़ियां जलकर राख, क्या ऐसे में मिलेगा कार इंश्योरेंस क्लेम?
गर्मी अपने चरम पर है. आजकल कब, कहां, कैसे आग लग जाए कोई कुछ नहीं कह सकता. हाल ही में दिल्ली के एक इलाके से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां देर रात भीषण गर्मी के चलते एक पार्किंग एरिया में भीषण आग लग गई, जिस कारण कई कारें जल गई हैं. घटना मधु विहार की है. आग इतनी भीषण थी कि करीबन 17 कारें एक साथ जलकर राख हो गई हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर आपकी भी गाड़ी पार्किंग में खड़े-खड़े आग की चपेट जैसी दुर्घटना में आ जाती है तो क्या आपको कार इंश्योरेंस का क्लेम मिलेगा?
क्या आग लगने पर मिलता है इंश्योरेंस क्लेम?
लोगों के मन में अकसर सवाल आता है कि क्या कार जलने पर इंश्योरेंस क्लेम मिलता है? इसका जवाब है हां. हालांकि, इसके लिए कुछ शर्तें हैं. आग लगने जैसे हादसों में कार इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए कई नियम हैं. आग लगने की स्थिति में कार बीमा क्लेम का निपटारा ‘वास्तविक आगजनी’ के मामले में किया जाता है. शॉर्ट-सर्किटिंग और ओवरहीटिंग के मामलों में ‘वास्तविक आगजनी’ शामिल नहीं होती है और सबसे इसे रिजेक्ट करने की सबसे ज्यादा संभावना होती है.
आपको क्लेम करने के लिए पहले ये प्रूव करना होगा कि आपकी कार में आग अनएक्सपेक्टेड इवेंट यानी मेकैनिकल या इलेक्ट्रिक शार्ट सर्किट के कारण नहीं लगी है. बल्कि ये वास्तविक कारणों के चलते गाड़ी में आग लगी है.
कब नहीं मिलता है इंश्योरेंस?
वैसे तो कार में आग लगने के कई कारण हो सकते हैं. लेकिन अगर आपकी गाड़ी में इलेक्ट्रिकल या मेकैनिकल ब्रेकडाउन की वजह से या दंगों में या सड़क पर आग लग जाती है तो आपको इसका इंश्योरेंस नहीं मिलता है. वहीं, इंजन के ज़्यादा गरम होने से आग लग सकती है. ऐसा तब हो सकता है जब कार अच्छी हालत में न हो. इंजन गर्म होने से आग कार के दूसरे हिस्सों तक भी फैल सकती है. अगर इंजन की हालत बुरी है और आग लग जाती है तो ऐसे केस में आपको क्लेम मिलने में दिक्कत आ सकती है.
कब मिलता है इंश्योरेंस?
अब सवाल उठता है कब आपको कार जलने पर इंश्योरेंस मिलेगा तो अगर आपकी गाड़ी नई है वारंटी के अंडर है और आपने गाड़ी में बाजार से कोई पार्ट गाड़ी में नहीं लगवाया है तो कार कंपनी आपको बिना किसी शर्त के क्लेम देती है. वहीं, अगर कंपनी की गलती की वजह से इंजन में आग लगती है तो ऐसे केस में भी आपको बिना किसी झंझट के क्लेम मिल जाता है. बस आपको ध्यान देना होगा कि इंजन बुरी हालत में न हो. वास्तविक कारणों की वजह से गाड़ी में आग लगने पर आप इंश्योरेंस लेने के लिए एलिजिबल हो सकते हैं.
कंपनी की जांच के बाद मिलता है इंश्योरेंस
मधु विहार में आग लगने का कारण प्राकृतिक होता है तो आपको ऐसे में इंश्योरेंस तुरंत मिल जाएगा. वहीं, अगर आग शार्ट सर्किट या किसी और कारणों की वजह से लगी होगी तो बीमा कंपनी का इंस्पेक्टर आग लगने के कारण की जांच करेगा और तब आगे प्रोसेस बढ़ाया जाएगा.
कैसे ले सकते हैं क्लेम?
step 1: कॉल/ईमेल/वेबसाइट के ज़रिए अपने बीमाकर्ता से संपर्क करें.
step 2: पॉलिसी की डिटेल शेयर करें और आग के कारण हुए नुकसान के लिए कार बीमा दावा करने की अपनी मंशा बताएं.
step 3: बीमाकर्ता द्वारा मांगे गए आवश्यक दस्तावेज जमा करें.
step 4: बीमाकर्ता क्षतिग्रस्त वाहन को देखने के लिए एक सर्वेक्षक नियुक्त करेगा. सर्वेक्षक कार का निरीक्षण भी करेगा और नुकसान के कारण का पता लगाएगा. सर्वेक्षक के साथ सहयोग करें और सभी सवालों का ईमानदारी से जवाब दें.
step 5: बीमाकर्ता सर्वेक्षक के निष्कर्षों के आधार पर दावे को स्वीकार या अस्वीकार कर देगा. अगर दावा स्वीकार कर लिया जाता है, तो उसका निपटान किया जाएगा और आपको पॉलिसी की शर्तों के अनुसार क्लेम अमाउंट आपको मिल जाएगा. या तो कार की मरम्मत का खर्च चुकाया जाएगा या वाहन के बीमित घोषित मूल्य का भुगतान किया जाएगा.
क्लेम के लिए बाद वाला तरीका तब होगा जब कार जलकर मरम्मत के लायक नहीं रह जाएगी. अगर क्लेम रिजेक्ट कर दिया जाता है, तो आपको रिजेक्शन का कारण भी बताया जाएगा. फिर आप कारणों पर काम कर सकते हैं और फिर से आवेदन कर सकते हैं.
आग लगने पर इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए क्या करें?
आग लगने जैसे मामलों में सबसे पहले क्षतिग्रस्त गाड़ी की तस्वीरें लें और एक छोटी क्लिप शूट करें. इसे सभी एंगल से कवर करें क्योंकि यह आपको कार बीमा दावा दायर करते समय मदद करेगा. घटना के बारे में जल्द से जल्द अपनी कार बीमा कंपनी को सूचित करें और बताई गई प्रक्रिया का पालन करें. आग के कारण के आधार पर, बीमा कंपनी को एफआईआर और बाकी डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता हो सकती है.