खनौरी बॉर्डर जा रहे थे किसान, रोकने पर फेंके पत्थर, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, दो पुलिसकर्मी घायल
पुलिस ने शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा की खनौरी सीमा की ओर बढ़ रहे किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दागे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हिसार-नारनौंद रोड पर ये किसान खेरी चोपटा गांव से खनौरी सीमा जा रहे थे, उसी दौरान पुलिस ने उन पर आंसूगैस के गोले दागे।
किसान पिछले कुछ दिनों से पंजाब और हरियाणा की खनौरी सीमा पर डेरा डाले हुए हैं। वे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के ‘दिल्ली चलो’ आह्वान पर वहां इकट्ठा हुए हैं। झड़प के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और कई किसानों को अपनी हिरासत में ले लिया। किसानों के साथ हुई झड़प में हरियाणा पुलिस के SHO जख्मी हो गए। नारनौंद के एसएचओ चंद्रभान के अलावा DSP रविंद्र सांगवान और DSP राज सिंह भी घायल हुए हैं। कई किसानों को भी चोटें लगी हैं। दोनों तरफ से तनाव की स्थिति है।
पंजाब के बठिंडा निवासी शुभकरण सिंह (21) की मौत पंजाब और हरियाणा की सीमा खनौरी में बुधवार को हरियाणा पुलिस और पंजाब के किसानों के बीच हुई झड़प के दौरान हो गई थी। यह घटना तब हुई जब किसानों को रोकने के लिए हरियाणा प्रशासन द्वारा लगाए गए कई स्तर के अवरोधकों को उन्होंने तोड़ने की कोशिश की और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई। पटियाला स्थित राजेंद्र अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक के अनुसार शुभकरण के सिर पर चोट लगी थी। किसानों द्वारा अपनी मांगें मानने के लिए दबाव डालने के कारण पोस्टमार्टम में देरी हुई। पटियाला में संवाददाताओं से बातचीत में किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने जोर दिया था कि शुभकरण की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन अब अधिकारियों ने बताया कि यह संभव नहीं है।