ससुर और चाचा ससुर ने रची हत्या की साजिश, 11 साल बाद एसे लिया बदला
11 साल पहले आरोपी की बेटी को ले गया था भगाकर, बिना शादी किए पत्नी बनाकर रखा था, कुछ दिन पूर्व सास के साथ मारपीट के अलावा अक्सर ससुर से करता रहता था विवाद. (Murder accused arrested)
Blind murder case solved: बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हर्री में युवक के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में पुलिस ने मृतक के ससुर व चाचा ससुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं।
मृतक ने आरोपी की बेटी से बिना शादी किए 11 साल से पत्नी बनाकर रखा था। वहीं अक्सर ससुर से विवाद करता रहता था। कुछ दिन पूर्व सास से भी मारपीट की थी। इन सब बातों को लेकर वह दामाद से रंजिश रखता था।
मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए कुसमी एसडीओपी इमानुएल लकड़ा ने बताया कि रविवार को कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल को सूचना मिली कि ग्राम हर्री के कुएं में एक युवक का शव मिला है। इस पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का जुर्म दर्ज कर विवेचना शुरू की गई तो पुलिस को पता चला कि हर्री निवासी फदू तिर्की की बेटी से मृतक ग्राम हर्री निवासी लक्ष्मण का प्रेम प्रसंग था। मृतक बिना विवाह किए ही फदू की बेटी को पत्नी बनाकर 11 वर्ष से साथ रह रहा था। उनके बच्चे भी हैं।
वह पत्नी-बच्चों को शंकरगढ़ के बचवार मे किराए के मकान में रखता था। इस मामले को इतना समय गुजर जाने के बाद भी फदु अपने दामाद लक्ष्मण से नाराज रहता था। गत वर्ष मृतक ने किसी कारणवश अपनी सास के साथ भी मारपीट की थी।
वहीं रविवार को जब मृतक लक्ष्मण के शव को कुएं में देखने के बाद जब मनरूप द्वारा फदु के चचेरे भाई सुखना को देखने के लिए बुलाया तो वह बिना देखे वहा से चला गया।
संदेह के आधार पर जब पुलिस द्वारा फदु व सुखना को अभिरक्षा में लेकर पुछताछ की गई तो पहले आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
अक्सर करता था विवाद, पिटाई भी की थी
आरोपियों ने बताया कि लक्ष्मण अपने सास ससुर के साथ अक्सर झगड़ा विवाद कर मारपीट करने को उतारू रहता था। घटना दिनांक 23 जनवरी की रात को फदु अपने चचेरे भाई सुखना के साथ खाना बना रहा था।
इसी दौरान रात करीब 9.30 बजे लक्ष्मण नशे की हालत में वहां पहुंचा और किसी बात को लेकर हुए विवाद में वह सुखना के साथ मारपीट करने लगा।
इससे नाराज होकर फदु ने लकड़ी का पीढ़ा उठाकर लक्ष्मण के सीने में कई बार वार कर दिया। वहीं सुखना भी आवेश में आकर लक्ष्मण के चेहरे पर टांगी से हमला कर दिया। मगंभीर चोट लगने से लक्ष्मण की मौत हो गई।