सीरिया की राजधानी पर हुए इजराइली हमले में पांच ईरानी सलाहकारों की मौत : अधिकारी
दमिश्क। सीरिया की राजधानी दमिश्क पर शनिवार को हुए एक इजराइली हमले में ईरान के ‘रिवॉल्यूशनरी गार्ड’ द्वारा इस्तेमाल की जा रही इमारत क्षतिग्रस्त हो गई। इस हमले में कम से कम पांच ईरानी नागरिकों की मौत हो गई। सीरिया और ईरान के सरकारी मीडिया संगठनों की खबर से यह जानकारी मिली। इस संबंध में सीरिया की सेना ने कहा कि कड़ी सुरक्षा वाले पश्चिमी दमिश्क के माजेह इलाके में स्थित इमारत पूरी तरह से नष्ट हो गई। इसने कहा कि इजराइली वायुसेना ने सीरिया के इजराइली कब्जे वाले ‘गोलान हाइट्स’ के ऊपर से उड़ान भरते समय मिसाइल दागीं। इजराइली सेना ने हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक, कुछ घंटों बाद दक्षिणी लेबनान स्थित बंदरगाह शहर टायरे के पास एक कार पर इजराइली ड्रोन हमले में वाहन में सवार दो हिजबुल्ला सदस्यों और नजदीक में मौजूद दो लोगों की मौत हो गई। हिजबुल्ला के एक अधिकारी ने कहा कि हमले में मारे गए लोगों में समूह का एक स्थानीय कमांडर अली हुदरुज भी शामिल था। ईरान के ‘रिवॉल्यूशनरी गार्ड’ ने एक बयान जारी कर इमारत पर हुए इजराइली हमले में मारे गए लोगों की पहचान होज्जातुल्ला ओमिदवार, अली अगाजादेह, हुसैन मोहम्मदी, सईद करीमी और मोहम्मद अमीन समदी के रूप में की है। हालांकि, इन लोगों के पदों के बारे में जानकारी नहीं दी गई।
इस बीच, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध के बाद गाजा में फलस्तीनी संप्रभुता के किसी भी प्रकार का विरोध करने की प्रतिबद्धता जताई है। नेतन्याहू के कार्यालय द्वारा शनिवार को जारी यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के इस सुझाव को खारिज करता दिख रहा है कि रचनात्मक समाधान फलस्तीनी राष्ट्र के मुद्दे पर दोनों नेताओं के विचारों के बीच व्यापक अंतर को पाट सकता है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि नेतन्याहू ने शुक्रवार को लगभग एक महीने में बाइडन के साथ अपनी पहली बातचीत में स्पष्ट किया कि युद्ध के बाद गाजा पर उनके रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बयान में कहा गया कि नेतन्याहू ने दोहराया कि हमास के खात्मे के बाद क्षेत्र पर इजराइल को सुरक्षा नियंत्रण बरकरार रखना चाहिए।