अलगाववादी ताकतों को नहीं मिलनी चाहिए जगह… अमेरिका में हिंदू मंदिर की दीवार पर भारत विरोधी नारे पर बोले विदेश मंत्री
भारत ने अमेरिका स्थित एक मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे जाने और उसमें तोड़फोड़ की घटना पर चिंता व्यक्त की है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत के बाहर चरमपंथियों और अलगाववादी ताकतों को जगह नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अमेरिका में जो कुछ भी हुआ है उस संबंध में हमारे दूतावास ने सरकार और वहां पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
गुजरात के गांधीनगर में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह से इतर मीडिया से बात करते हुए विदेश मंत्री से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैंने खबरें देखी हैं. आप सब जानते हैं कि हम इस बारे में चिंतित हैं. भारत के बाहर चरमपंथियों और अलगाववादी ताकतों को जगह नहीं मिलनी चाहिए. हमारे वाणिज्य दूतावास ने पुलिस और सरकार के सामने शिकायत दर्ज कराई है और मुझे विश्वास है कि मामले घटना की जांच की जा रही है.
मंदिर की दीवारों पर लिखे मिले थे आपत्तिजनक नारे
दरअसल, अमेरिका के कैलिफोर्निया के नेवार्क में शुक्रवार को श्री स्वामीनारायण मंदिर (हिंदू मंदिर) में नारे लिखे जाने की सूचना मिली. सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों के अनुसार मंदिर की दीवारों पर खालिस्तान शब्द के साथ-साथ अन्य आपत्तिजनक नारे लिखे गए थे. ये नारे मंदिर के बाहर एक साइन पोस्ट पर स्प्रे पेंट से लिखे गए थे.
भारत के महावाणिज्य दूतावास ने भी कड़ी निंदा की
घटना को लेकर नेवार्क पुलिस ने कहा कि हिंसा, नफरत या पूर्वाग्रह से प्रेरित अपराधों के किसी भी कार्य या धमकी को बहुत गंभीर माना जाता है. इसे प्राथमिकता भी दी जाती है. दूसरी ओर सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने घटना की कड़ी निंदा की है.
निखिल गुप्ता की गिरफ्तार पर क्या बोले विदेश मंत्री?
वहीं, चेक गणराज्य में निखिल गुप्ता की गिरफ्तारी पर जयशंकर ने कहा कि भारतीय दूतावास को उन तक राजनयिक पहुंच प्रदान की गई थी. गुप्ता पर भारतीय अधिकारी के साथ मिलकर अमेरिका में खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप है. विदेश मंत्री ने कहा कि विदेश में जब भी किसी भारतीय को गिरफ्तार किया जाता है तो उनकी उनकी देखभाल के लिए राजनयिक पहुंच की मांग करते हैं और हमें तीन बार मिल चुकी है.