दोस्ती -16′ से मिलेगा चीन को करारा जवाब, मालदीव में भारत के साथ इन देशों की मिलिट्री ड्रील शुरू

भारत, श्रीलंका और मालदीव ने “दोस्ती” नाम से त्रिपक्षीय युद्धाभ्यास शुरू किया है। ये इस अभ्यास का 16वां संस्करण है। ऐसे में इसे दोस्ती-16 नाम दिया गया है। भारत की ओर इस अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए आईसीजीएस समर्थ, आईसीजीएस अभिनव और आईसीजी डोर्नियर मालदीव पहुंचे हैं। इन तीनों देशों के अभ्यास में बांग्लादेश ऑब्जर्वर है। मालदीव की राजधानी माले में अभ्यास ठीक ऐसे समय हो रहा है, जब चीनी जहाज भी माले पहुंचा है। चीनी अनुसंधान पोत जियांग यांग होंग-03 ने माले बंदरगाह के पास लंगर डाला है। मालदीव के इस जहाज को इजाजत देने पर भारत ने इसकी गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की है।

मालदीव डिफेंस फोर्स (एमएनडीएफ) की ओर से कहा गया है कि वह 22 से 25 फरवरी तक त्रिपक्षीय संयुक्त अभ्यास “दोस्ती-16” के लिए भारत और श्रीलंका के भाग लेने वाले जहाजों का स्वागत करता है। मालदीव, भारत और श्रीलंका के तट रक्षक, बांग्लादेश के पर्यवेक्षकों के साथ, सेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए इस द्विवार्षिक कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं।

माले पहुंचा है चीन का जासूसी जहाज

चीनी समुद्री अनुसंधान पोत, जियांग यांग होंग 03 मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) के पास करीब एक महीना बिताने के बाद गुरुवार को माले पहुंचा है। इस अनुसंधान पोत ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की चीन की राजकीय यात्रा समाप्त होने के 24 घंटे बाद 14 जनवरी को अपनी यात्रा शुरू की थी। जहाज ने ईईजेड के पास लगभग एक महीना बिताया, इसके बाद अब माले पहुंचा है। मालदीव ने कहा है कि चीनी जहाज जियांग यांग होंग-3 उसके जल क्षेत्र में सिर्फ रोटेशन और रिप्लेनिश के लिए आया है।

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