सीट शेयरिंग से लेकर EVM तक, इंडिया गठबंधन की बैठक में किन-किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर देश में सियासी बिसात बिछने लगी है. केंद्र की बीजेपी सरकार को घेरने के लिए एकजुट हुए विपक्ष दलों के इंडिया गठबंधन की मंगलवार को दिल्ली में अहम बैठक हुई. इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने गठबंधन की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार के चेहरे के तौर पर कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव रखा. गठबंधन की इस बैठक संसद से निलंबित किए गए सांसदों के मुद्दे के साथ-साथ ईवीएम के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.
पांच राज्यों में से तीन में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने ईवीएम के मुद्दे को हवा दी थी. जिसके बाद मंगलवार को कुछ नेताओं ने ईवीएम का जिक्र करते हुए इस पर विचार करने की बात कही. हालांकि, इस मुद्दे पर इंडिया गठबंधन शरद पवार और दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में पहले ही एक कमेटी का गठन कर चुका है. यह कमेटी चुनाव आयोग से मिलकर अपनी शिकायत भी दर्ज करा चुकी है. इसके चुनाव आयोग को चुनाव में सुधार को लेकर अपनी मांगों से भी अवगत करा चुकी है. फिलहाल कमेटी को चुनाव आयोग की ओर से दोबारा बुलावे का इंतजार है.
22 दिसंबर को देशव्यापी प्रदर्शन
इसके अलावा सांसदों के निलंबन के विरोध में गठबंधन की ओर से 22 दिसंबर को देशव्यापी प्रदर्शन का भी फैसला लिया गया. बताया जा रहा है कि गठबंधन की बैठक में शामिल 28 पार्टियों ने प्रदर्शन में शामिल होने को लेकर हामी भी भर दी है. देशव्यापी प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि लोकतंत्र को बचाने के लिए हम सभी को लड़ना होगा और हम सभी इसके लिए तैयार भी हैं.
गठबंधन की बैठक में और किन-किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
- बैठक में ईवीएम मुद्दे के अलावा संसद से सदस्यों के निलंबन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.
- सूत्रों के मुताबिक, बैठक में रखे गए प्रस्ताव में कहा गया कि वीवीपीएटी को बैललट पेपर समझा जाए.
- इसके साथ-साथ सीट शेयरिंग को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया.
- सूत्रों की मानें 31 दिसंबर तक सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर फैसला ले लिया जाएगा.
- सीट बंटवारे को लेकर सभी दल आपस में बात करेंगे, इसके बाद अगर कोई दिक्कत आती है तो मिलकर उसका समाधान निकाला जाएगा.
- इसके साथ गठबंधन की ओर से की जाने वाली जनसभाओं को लेकर भी चर्चा हुई.
- सूत्रों की मानें तो इस बैठक में नेताओं पुरानी बातों को भूलकर आगे बढ़ने पर चर्चा की.
- नेताओं का कहना था कि पहले जो हुआ सो हुआ, अब बीजेपी को हराने के लिए हमें मिलकर आगे बढ़ने की जरूरत है.
- बसपा को लेकर कांग्रेस से स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया.
बता दें कि बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का अभी तक केवल प्रस्ताव ही रखा गया है, आखिरी फैसला और सभी दलों की सहमति अभी बाकी है. अपने नाम के प्रस्ताव पर खरगे ने कहा कि पहले हम जीतेंगे फिर सांसद तय करेंगे करेंगे प्रधानमंत्री कौन होगा. हमारी पहली प्राथमिकता जीत हासिल करने की है.