FTII चेयरमैन के खिलाफ प्रोटेस्ट करने वाली लड़की, जिसने Cannes में वो किया जो अब तक कोई इंडियन नहीं कर सका
दुनियाभर में भारत का स्तर कला के क्षेत्र में उठा है. कुछ समय में ही भारत ने ऑस्कर्स और ग्रैमी जैसे अवॉर्ड्स जीते. अब भारत एक बार फिर से दुनियाभर में अपनी कला की वजह से जाना जा रहा है. कान्स 2024 में भारक का भौकाल देखने को मिला. जहां एक तरफ अनयूया सेनगुप्ता को द शेमलेस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया वहीं दूसरी तरफ पायल कपाड़िया की फिल्म ऑल वी इमेजिन एज लाइट को कान्स में दूसरा सबसे बड़ा सम्मान मिला. हर तरफ पायल कपाड़िया के नाम की ही चर्चा हो रही है. बता रहे हैं कि कौन हैं पायल कपाड़िया और कैसा है उनका अबतक का फिल्मी सफर.
जहां सीखी एक्टिंग वहीं के चेयरपर्सन से भिड़ गईं
पायल कपाड़िया का जन्म मुबंई में साल 1986 में हुआ. उनकी मां नलिनी मालिनी कपाड़िया पेशे से एक आर्टिस्ट थीं. वे एक पेंटर और फोटोग्राफर थीं. अपनी फैमिली से ही पायल का भी इंटरेस्ट कला की ओर जागा. उन्होंने मुंबई के सेंट जेवियर्स से इकोनॉमिक्स में बेचलर्स की डिग्री ली इसके बाद उन्होंने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया से फिल्म मेकिंग का कोर्स शुरू किया. इसमें उनका सलेक्शन दूसरे टर्म में हुआ. ये वो दौर था जब पायल का FTII के चेयरपर्सन और इंडियन एक्टर गजेंद्र चौहान से बात बिगड़ गई थी और उन्होंने गजेंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था.
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ये बात साल 2015 की थी. इस दौरान महाभारत में युधिष्ठिर का रोल प्ले करने वाले गजेंद्र चौहान को FTII का नया चेयरपर्सन चुना गया था. इसी बात पर पायल कपाड़िया ने 4 महीने तक प्रोटेस्ट किया था और क्लासेस भी बायकॉट की थी. इसके लिए उनके खिलाफ अनुशासन तोड़ने के लिए एक्शन भी लिया गया था.
किन फिल्मों में किया काम?
पायल ने साल 2014 में वाटरमिलन, फिश एंड हॉफ घोस्ट नाम की फिल्म से करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने ऑफ्टरनून क्लाउड, द लास्ट मैंगो बिफोर द मानसून और एंड व्हाट इज द समर सेइंग नाम की फिल्म में काम किया. इसके बाद उन्होंने साल 2021 में अ नाइट ऑफ नोइंग नथिंग नाम की फिल्म बनाई. इस फिल्म को भी कान्स में सम्मानित किया गया. उन्होंने बेस्ट डॉक्युमेंट्री का अवॉर्ड जीता. इसके बाद अब साल 2024 कान्स में उनकी फिल्म ऑल वी इमेजिन एज लाइट ने ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड जीता. ये कान्स का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है और इससे पहले किसी भी भारतीय ने ये कारनामा नहीं किया था. डायरेक्टर को हर तरफ से बधाइयां मिल रही हैं.