Future Crime Summit 2024: साइबर क्राइम हैं भविष्य के लिए बड़ी चुनौती, निपटने में मदद करेगी ये बातें
टेक्नोलॉजी की दुनिया में साइबर अपराध भविष्य के लिहाज से बड़ी चुनौती बन गया है. इससे निपटने के लिए अभी तक देश में विदेशी फॉरेंसिक लैब की मदद ली जाती थी, लेकिन आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के तरत अब देश में ही साइबर अपराध की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब तैयार की जा चुकी है.
साइबर अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए दिल्ली में दो दिवसीय फ्यूचर क्राइम समिट 2024 का आयोजन किया गया. इसका आयोजन फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन और आईआईटी कानपुर के AIIDE COe द्वारा किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में देशभर से साइबर एक्सपर्ट, सरकारी एजेंसियों के कई वरिष्ठ अधिकारी, साइबर कानून विशेषज्ञ, एथिकल हैकर्स मौजूद रहे.
फ्यूचर क्राइम समिट 2024 में शामिल हुए एक्सपर्ट ने कही ये बातें
नृपुल राय, सीईओ, ProDiscover ने कहा- सरकारी एजेंसी हमारी सॉफ्टवेयर कंपनी की मदद लेती हैं. जैसे क्रिप्टो करेंसी से जुड़े अपराध हों या फिर साइबर ठगी हो, सॉफ्टवेयर की मदद से ही ऐसे मामलों को हल किया जा सकता है. इसलिए इस summit में तकनीकी कंपनियां, सरकारी एजेंसियां और कानूनी एक्सपर्ट सभी शामिल रहे, क्योंकि सब मिलकर काम करते हैं. हमारी मेक इन इंडिया कंपनी है, इसलिए हम यहां की चीजों को बेहतर ढंग से जानते हैं.
गृह मंत्रालय के पूर्व साइबर सिक्योरिटी ऑफिसर शैलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा- तकनीक के फायदे भी है और नुकसान भी, लेकिन जिस तरह से साइबर अपराध बढ़े हैं, उसमें भरोसा बनाना चैलेंजिंग हैं. दिल्ली पुलिस में एसीपी साइबर क्राइम संजय कुमार ने बताया कि टेलीग्राम ऐप के जरिये फ्रॉड कॉल से कैसे अपराध होता है.
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल डॉक्टर संतोष खडसरे eSec Forte Technologies ने ये कहा- साइबर सुरक्षा से जुड़े मामलों के लिए एजेंसी हमारी कंपनी से भी मदद मांगती है. हम सरकारी और प्राइवेट सबके लिए काम करते हैं.
डॉक्टर निलय मिस्त्री, एसोसिएट प्रोफेसर, नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी ने कहा- मैंने यहां समिट में साइबर फॉरेंसिक के लेटेस्ट टूल्स और टेक्नोलॉजी के बारे में बताया. फोरेंसिक में मेक इन इंडिया टेक्नोलॉजी आने से काफी मदद मिल रही है.
त्रिवेणी सिंह, रिटायर्ड एसपी साइबर क्राइम, उत्तर प्रदेश ने कहा- साइबर अपराधों को रोकने के लिए जब सब मिलकर काम करते हैं तभी सफलता मिलती है. इसलिए हमने यहां पर सबको इनवाइट किया है. सब एक मंच पर बैठे और मंथन हुआ. इस कार्यक्रम में एथिकल हैकर्स को भी बुलाया गया है. वो भी यहां पर जानकारी दे रहे हैं.