गैंग्स ऑफ जामताड़ा की कमर तोड़ने के लिए पुलिस का IMEI प्लान शुरू, एक बार में ‘240’ साफ
साइबर क्राइम के लिए बदनाम जिले जामताड़ा के अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने नया तरीका अपनाया है। कोशिश की जा रही है कि जिले से हो रहे साइबर अपराध पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके। इसके लिए एक से बढ़कर एक हाईटेक तकनीक का भी उपयोग किया जा रहा है। इस कार्य में अब पुलिस गृह मंत्रालय से भी मदद ले रही है। अब जामताड़ा पुलिस साइबर अपराधियों के मोबाइल का आईएमईआई नंबर ब्लॉक करने का काम कर रही है। जिससे कि उनका मोबाइल महज खिलौना बनकर रह जाए। जामताड़ा पुलिस ने अब तक 240 अपराधियों के मोबाइल का आईएमइआई नंबर ब्लॉक करवा दिया है।
एक महीने में 240 मोबाइल फोन ब्लॉक
जानकारी के अनुसार जामताड़ा पुलिस ने नवंबर महीने में 240 साइबर अपराधियों का मोबाइल का आईएमईआई नंबर गृह मंत्रालय दिल्ली को भेजा था। इन मोबाइल फोन को बंद करने की मांग की थी। यही नहीं, जामताड़ा जिला अब राज्य का पहला जिला बन गया है जहां किसी भी मोबाइल का आईएमइआई नंबर पुलिस ने ब्लॉक कर दिया है। सवाल ये है कि इससे क्या फायदा होगा।
साइबर क्राइम में इस टेक्नीक से फायदा
दरअसल पुलिस विभाग के अनुसंधान में कुल 240 अपराधियों के मोबाइल का ट्रेस नहीं मिल रहा था। यही कारण है कि साइबर अपराधी उक्त मोबाइल में सिम बदल बदल कर साइबर अपराध को अंजाम दे रहे थे। जिस कारण वह पुलिस के पकड़ में नहीं आ रहे थे। लेकिन अब जब आईएमईआई नंबर ब्लॉक हो गया है तो वह मोबाइल सिर्फ एक खिलौना बनकर रह गया है। जिस कारण अब एक ही मोबाइल से साइबर अपराधी कई बार साइबर अपराध नहीं कर सकेंगे। यही नहीं अगर वह साइबर अपराध करते हैं तो आसानी से पकड़े भी जाएंगे।
12,000 मोबाइल सिम कराए गए ब्लॉक
जामताड़ा साइबर पुलिस की माने तो अब तक जामताड़ा साइबर पुलिस 12000 मोबाइल सिम ब्लॉक कर चुकी है। इन सिम के माध्यम से साइबर अपराध होता था। यही नहीं कई सीम से तो 5 से 10 बार साइबर अपराध हो चुका था। इसलिए पुलिस ने वैसे सीमो को चिन्हित कर उसे बंद करने का काम किया है।
लग्जरी लाइफ जीने के शौकीन है साइबर अपराधी
जामताड़ा जिले के साइबर अपराधी लग्जरी लाइफ जीने के शौकीन है। या फिर यूं कहे कि साइबर अपराधियों ने इस कदर गलत ढंग से पैसा कमाया है कि वह पैसे खर्च करने का अब सिर्फ बहाना ढूंढते हैं। यही कारण है कि जब जामताड़ा पुलिस ने उन साइबर अपराधियों के घर में छापेमारी किया तो सिर्फ1 साल में नगद 32 लाख 80 हजार रुपए बरामद हुए हैं। साइबर डीएसपी मंजरुल होदा ने बताया कि 2023 जनवरी से लेकर 2024 जनवरी तक जामताड़ा साइबर पुलिस ने छापेमारी के दौरान 32 लाख 80 हजार रुपए साइबर अपराधियों के पास से बरामद किया है। यही नहीं इन साइबर अपराधियों के पास से सोना का जेवरात, आधा दर्जन लग्जरी कार, लगभग दो दर्जन हाई स्पीड बाइक, सहित मनोरंजन के अन्य सामान बराबर किए गए हैं। यही कारण है कि अब ईडी भी जामताड़ा साइबर अपराधियों पर पैनी नजर रखे हुए हैं और जामताड़ा में आकर छापामारी कर चुकी है।