गौरी खान को मिला धोखाधड़ी केस में नोटिस? ED ने बताया फेक, नहीं किया समन
बीते दिन बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान को ईडी से नोटिस मिलने की खबर ने सनसनी मचा दी थी.रिपोर्ट्स में सामने आया था कि गौरी पर एक रियल एस्टेट कंपनी को एंडोर्स करने का आरोप है, जो 30 करोड़ रुपये हड़पने के मामले में शामिल है. लेकिन आपको बता दें, ये खबर फेक है. खुद प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने इस न्यूज को कन्फर्म किया है.
गौरी को नहीं मिला नोटिस
एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने इस खबर को गलत बताते हुए कन्फर्म किया कि गौरी के खिलाफ कोई नोटिस नहीं भेजा गया है. ना ही परमिशन लेने जैसी कोई तैयारी की जा रही है. ये खबर पूरी तरह से गलत है. गौरी के खिलाफ कार्रवाई करने की कोई तैयारी नहीं की जा रही है.
गौरी खान एक जानी मानी सेलिब्रिटी इंटीरियर डिजाइनर हैं. वो शाहरुख खान की रेड चिलीज एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन हाउस से भी जुड़ी हुई हैं. बीते दिन आई खबरों में कहा गया कि गौरी को ईडी ऑफिस से नोटिस देने की अनुमति लेने की तैयारी की जा रही है. परमिशन मिलने के बाद ईडी गौरी से पूछताछ करेगी. गौरी से पूछताछ में पता लगाया जाएगा कि तुलसियानी ग्रुप ने गौरी को ब्रांड एंबेसडर बनाने के लिए कितना भुगतान किया है. यह पैसे कैसे उनको दिए गए. साथ ही इसके लिए क्या-क्या अनुबंध हुआ है. इस अनुबंध का कागज भी एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट गौरी से लेगा.
क्या था मामला
दरअसल, लखनऊ में तुलसियानी ग्रूप के प्रोजेक्ट सुशांत गोल्फ सिटी में मुंबई के रहने वाले किरीट जसवंत शाह का भी एक फ्लैट है. उन्होंने 2015 में इसी बिल्डिंग में एक फ्लैट खरीदा था, लेकिन बिल्डर ने ना तो उनको पोजेशन दिया है, और ना ही अभी तक उनकी अदा की गई 85 लाख रुपये की रकम लौटाई है. इसी के चलते जसवंत शाह ने तुलसियानी ग्रुप के निदेशक अनिल कुमार तुलसियानी, महेश तुलसियानी और गौरी खान के खिलाफ पिछले दिनों मुकदमा दर्ज कराया था. इस प्रोजेक्ट का ऐड गौरी खान ने किया था. मुकदमा दर्ज कराने वाले व्यक्ति ने कहा था कि उन्होंने गौरी के नाम पर विश्वास करते हुए इस प्रोजेक्ट में पैसा लगाया था. उनके साथ धोखा हुआ है. इस वजह से गौरी का नाम भी इस केस में शामिल बताया जा रहा था.