भगवान भरोसे हो रहा पटना में बिहार-मुंबई रणजी मुकाबला, स्टेडियम में मैच देखना मौत को दावत देना, देखें तस्वीरें

पहली बार एलिट ग्रुप में खेल रही बिहार टीम ने टॉस जीता है. मुंबई को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया. लेकिन इस मुकाबले में मुंबई के कप्तान अंजिक्य रहाणे, तुषार देशपांडे और धवल कुलकर्णी किसी कारणवश नहीं खेल रहें हैं. उनके जगह पर शम्स मुलानी कप्तान बनाए गए हैं.

बिहार विभाजन के बाद रणजी खेलने की मान्यता मिलने के बाद बिहार की टीम पहली बार एलीट ग्रुप में खेल रही है. इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह है. लेकिन जब वो मोइनुल हक स्टेडियम पहुंच रहें हैं, तब उनको मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है.

स्टेडियम के दर्शक दीर्घा को डेंजर जोन घोषित किया गया है. स्टेडियम भी डेंजर स्टेडियम की लिस्ट में शुमार है. दर्शक दीर्घा में पेड़ उगे हुए हैं. बैठने की जगह टूटी हुई है. लिहाजा बीसीए ने डेंजर का बोर्ड लगा दिया है.

स्कोर बोर्ड की हालत देख आपका भी सर चकरा जायेगा. स्टेडियम में आम सुविधाओं की भारी कमी है. एंट्री से लेकर बैठने तक सिर्फ कचरा ही देखने को मिल रहा है.

मीडिया दीर्घा या वीआईपी दीर्घा का हाल भी ऐसा ही है. छत की स्थिति देख नीचे बैठे लोग भी डरे सहमे हैं. नीचे बैठे लोगों को सीलिंग गिरने का डर सता रहा है.

बिहार के लोगों के बीच क्रिकेट का उत्साह इतना है कि डेंजर का बोर्ड लगने के बावजूद भी लोग मैच देखने के लिए जुटे हुए हैं. करीब एक हजार से ज्यादा की संख्या में लोग मैच देख रहे हैं.

दर्शक दीर्घा के चारों तरफ डेंजर का बोर्ड लगाया गया है. बीसीए के अधिकारियों का कहना है कि जो लोग रणजी ट्रॉफी का मजा लेना चाहते हैं, वह अपनी स्वेच्छा से आकर देख सकते हैं. कुछ अनहोनी होने पर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की इसमें कोई जिम्मेवारी नहीं है.

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