Gold Price Hike: इन कारणों से सोने की कीमतों में आया इतना उछाल, जानिए आगे और कितने बढ़ेंगे रेट
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर सोने और चांदी की कीमत (price of gold and silver) में तेजी आखिर किस वजह से देखने को मिल रही है। वास्तव में इसके पीछे 5 कारण है।
जिसमें सबसे बड़ा कारण मीडिल ईस्ट और यूरोप में जियो पॉलिटिकल टेंशन है। मीडिल ईस्ट की टेंशन में नयश प्लेयर उतर कर सामने आ गया है। वो है ईरान। जो अपने सीनियर मिलिट्री ऑफिसर का बदला इजारयल से लेना चाहता है।
दूसरे कारणों में यूएस फेड रेट कट की उम्मीदें, चीन की ओर गोल्ड की अग्रेसिव खरीदारी, दुनिया के बड़े देशों में आम चुनाव के दौरान अनिश्चितता और भारतीय रुपए में गिरावट प्रमुख हैं।
आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में गोल्ड और सिल्वर की कीमतें कितनी हो गई हैं। साथ ही उन कारणों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं…
सोना पहली बार 71 हजार के पार
कुछ महीने पहले इस बात की किसी को ये उम्मीद नहीं थी कि आखिर गोल्ड की कीमतें 71 हजार रुपए पार कर जाएगी। सोमवार को गोल्ड ने वायदा बाजार में इस आंकड़ें को पार कर लिया।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कारोबारी सत्र के दौरान गोल्ड के दाम 71,080 रुपए प्रति दस ग्राम के साथ लाइफ टाइम रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए। सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर गोल्ड के दाम 244 रुपए प्रति दस ग्राम की तेजी के साथ 70,880 रुपए पर कारोबार कर रहा था।
वैसे आज सोने की कीमतें तेजी के साथ 70,999 रुपए पर ओपन हुई। जबकि बीते हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन गोल्ड की कीमत 70,636 रुपए पर क्लोज हुई थी।
अप्रैल के महीने में कितना बढ़ा गोल्ड
अगर बात अप्रैल के महीने की बात करें तो गोल्ड के दाम में काफी इजाफा देखने को मिल चुका है। एमसीएक्स के आंकड़ों के अनुसार 28 मार्च को गोल्ड के दाम 67,701 रुपएउ प्रति दस ग्राम थे।
जो आज 71,080 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए। इसका मतलब है कि निवेशकों सोने ने 10 ग्राम पर सोने पर 3,379 रुपए यानी 5 फीसदी की कमाई करा दी है।
वहीं मौजूदा साल की बात करें तो गोल्ड से निवेशकों को और भी ज्यादा कमाई हो चुकी है। आंकड़ों के अनुसार साल की शुरुआत में गोल्ड के दाम 64,026 रुपए प्रति दस ग्राम पर थे। तब से इसमें 7,054 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है। इसका मतलब है कि निवेशकों को मौजूदा साल में 11 फीसदी का रिटर्न मिल चुका है।
चांदी की कीमत में रिकॉर्ड तेजी
वहीं दूसरी ओर चांदी भी कम नहीं दिखाई दे रही है। अप्रैल के महीने में तो चांदी ने गोल्ड से ज्यादा रिटर्न दिया है। आंकड़ों के अनुसार चांदी के दाम कारोबारी सत्र के दौरान 82,064 रुपए पर पहुंच गए हैं। 11 बजकर 30 मिनट पर चांदी की कीमत 793 रुपए प्रति किलोग्राम की तेजी के साथ 81,656 रुपए पर कारोबार कर रही थी।
वैसे आज चांदी तेजी के साथ 81,595 रुपए प्रति किलोग्राम के साथ ओपन हुई थी। जबकि शुक्रवार को दाम 80,863 रुपए पर बंद हुई थी। अप्रैल के महीने में चांदी की कीमत में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है।
अप्रैल के महीने में चांदी के दाम में 7,016 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है। इसका मतलब है कि चांदी ने निवेशकों को अप्रैल के महीने में 9.35 फीसदी का रिटर्न मिल चुका है। जबकि मौजूदा साल में निवेशकों को 8.69 फीसदी की कमाई हो चुकी है।
इन 5 कारणों से गोल्ड के दाम में इजाफा
फेड दरों में कटौती की उम्मीदें : इंटरनेशनल मार्केट में निवेशकों को काफी फेड से काफी उम्मीदें हैं कि जल्द ही ब्याज दरों में कटौती होगी। फेड अभी भी वेट एंड वॉच की स्थिति में है।
कच्चे तेल के दाम चरम पर पहुंच रहे हैं। महंगाई आंकड़ें अभी वैसे नहीं है, जिसकी उम्मीद फेड ने लगाई है। लेकिन हालिया जॉब के आंकड़ों ने निवेशकों में उम्मीदें जगाई हैं।
जियो पॉलिटिकल टेंशन : यूक्रेन और रूस के बीच सीजफायर होने का नाम नहीं ले रहा है। दूसरी ओर मीडिल ईस्ट टेंशन में ईरान के उतने से दिक्कतें और ज्यादा बढ़ चुकी है।
इजरायल और अमेरिका दोनों की हाई अलर्ट में आ गए हैं। ऐसे में निवेशकों का रुझान सेफ हैवन असेट्स की ओर आ गया है। जिसकी वजह से गोल्ड की डिमांड बढ़ गई है और कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है।
चीन की ओर ज्यादा खरीदारी : ये बात किसी से छिपी नहीं है कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड इंपोर्टर है। बीते कुछ समय से इकोनॉमी की सुस्ती के कारण चीन की ओर से बाइंग कम देखने को मिल रही थी।
अब आंकड़ों में सुधार देखने को मिल रहा है। उसी तरह से गोल्ड का इंपोर्ट भी चीन की ओर से होने लगा है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी की ओर गोल्ड बाइंग ज्यादा होने के कारण गोल्ड के दाम में तेजी देखने को मिल रही है।
चुनाव से पहले अनिश्चितता : मौजूदा साल में भारत से लेकर अमेरिका तक में आम चुनाव होने वाले हैं। जिनके नतीजों को लेकर निवेशकों में काफी अनिश्चितता है। जिसकी वजह से निवेशकों का झुकाब गोल्ड की ओर चला गया है।
निवेशकों का मानना है कि चुनाव के नतीजे प्रमुख इकोनॉमीज में पलट भी सकते हैं। जिसका असर शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा। ऐसे में गोल्ड में निवेश कर सेफ गेम खेलना ज्यादा बेहतर है।
भारतीय रुपए में गिरावट : बीते एक महीने में डॉलर के मुकाबले रुपए में काफी गिरावट देखने को मिली है। बीते एक महीने की बात करें तो डॉलर के मुकाबले रुपए में 0.57 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है। मौजूदा समय में डॉलर के मुकाबले रुपया 83।35 पर कारोबार कर रहा है। यही वजह से है कि गोल्ड के दाम में तेजी देखने को मिल रही है।
साल के अंत में कितने हो सकते हैं दाम
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में करेंसी कमोडिटी के हेड अनुज गुप्ता ने कहा कि मिडिल ईस्ट टेंशन की वजह से गोल्ड के दाम में ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है। ये तेजी आगे भी जारी रह सकती है।
उन्होंने कहा कि साल के अंत तक गोल्ड के दाम 71,750 रुपए से लेकर 73,500 रुपए प्रति दस ग्राम हो सकते हैं। जबकि चांदी के दाम में भी इजाफा देखने को मिलेगा। साल के अंत तक चांदी 84 हजार रुपए के लेवल से 87,000 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच सकती है।