Gold Silver Price: त्योहारों की चमक ने चमकाया सोना, चांदी की कीमतें भी काट रही बवाल
भारत में त्योहारों का आगमन होते ही सोने और चांदी की कीमतों पर इसका असर दिखने लगता है. रक्षाबंधन और जन्माष्टमी जैसे त्योहारों की चमक ने सोने और चांदी की कीमतों को नई चमक से भर दिया है. तभी तो मंगलवार को दोनों का भाव नए उछाल के साथ बंद हुआ. दिल्ली सर्राफा बाजार के व्यापारियों का कहना है कि आने वाले त्योहारी सीजन को देखते हुए ज्वैलर्स की ओर मांग बढ़ी है जिससे सोने-चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई है.
मंगलवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोने का भाव 550 रुपए की तेजी के साथ 74,350 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया. वहीं चांदी के भाव में भी 1200 रुपए प्रति किलोग्राम तक की तेजी देखी गई है. चांदी का भाव 88,200 रुपए प्रति किलोग्राम रहा.
अगर इससे पिछले ट्रेडिंग सेशन को देखा जाए, तो शुक्रवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता (24 कैरेट) वाला सोने का भाव 73,800 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. जबकि चांदी का पिछला बंद भाव 87,000 रुपए प्रति किलोग्राम था. ‘कृष्ण जन्माष्टमी’ के मौके पर सोमवार को दिल्ली में सर्राफा बाजार बंद रहे थे.
22 कैरेट के सोने में भी तेजी
ज्वेलरी बनाने के लिए 24 कैरेट की बजाय 22 कैरेट का सोना इस्तेमाल होता है. इसे 99.5 प्रतिशत की शुद्धता वाला सोना भी कहा जाता है. अखिल भारतीय सर्राफा संघ की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 22 कैरेट वाले सोने का भाव भी 550 रुपए के उछाल के साथ 74,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ है. व्यापारियों का कहना है कि घरेलू बाजार में स्थानीय आभूषण विक्रेताओं और रिटेनर्स की मांग में तेजी के कारण सोने की कीमतों में तेजी आई है.
एशियाई बाजार में दिखी गिरावट
घरेलू बाजार के रुख के उलट एशियाई बाजारों में सोना कमजोर पड़ा है. यहां सोने का भाव 11.30 डॉलर प्रति औंस की गिरावट के साथ 2,543.90 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था. इसके अतिरिक्त, ग्लोबल मार्केट में चांदी की कीमतों में गिरावट 30.34 डॉलर प्रति औंस पर रही है.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में सीनियर एनालिस्ट (जिंस) सौमिल गांधी का कहना है कि अमेरिका के वृहद आर्थिक आंकड़ों के अपेक्षा से बेहतर रहने और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में तेजी के कारण मंगलवार को सोने में मामूली गिरावट आई. एमओएफएसएल के सीनियर एनालिस्ट (जिंस रिसर्च) मानव मोदी के मुताबिक सोने की कीमतों में गिरावट आई है. लेकिन ये पिछले सप्ताह के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर बनी रहीं, क्योंकि अमेरिकी ब्याज दरों में कमी की संभावना ने डॉलर को कमजोर किया और धातु बाजारों के लिए बेहतर संभावनाएं पेश कीं.