सरकार पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को दे रही पैसा कमाने का मौका, ऐसे करें आवेदन
आप भी अपना खुद का सोलर पम्प बिजनेस शुरू करना चाहते हैं? आपको सोलर एनर्जी के बारे में जानकारी और तकनीकी हुनर हासिल करना है? तो आपके लिए एक सुनहरा मौका है।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत, प्रदेश सरकार द्वारा सिंचाई के लिए बड़ी संख्या में सोलर पम्पों की स्थापना की जा रही है। इसके लिए, आपको सोलर मैकेनिक का प्रशिक्षण लेना होगा।
सोलर मैकेनिक वह व्यक्ति है, जो सोलर पम्प को लगाने, चलाने, रखरखाव करने और मरम्मत करने का काम करता है। सोलर पम्प वह डिवाइस है, जो सूर्य की किरणों को बिजली में बदलकर पानी को पम्प करता है। इससे कृषकों को बिजली की बचत होती है और पानी की समय पर उपलब्धता होती है।
अगर आप सोलर मैकेनिक बनना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
प्रशिक्षण केंद्र का चयन करें:
आपको अपने नजदीकी राज्य स्तरीय फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान, उ.प्र. कौशल विकास मिशन या राष्ट्रीय कृषि विकास योजना रफ्तार के अधीन किसी भी प्रशिक्षण केंद्र को चुनना होगा। आपको अपने तहसील के अनुसार एक उपयुक्त केंद्र का नाम और पता पता करना होगा।
प्रशिक्षण के लिए आवेदन करें:
आपको अपने चुने हुए प्रशिक्षण केंद्र में जाकर प्रशिक्षण के लिए आवेदन करना होगा। आपको अपना आधार कार्ड, शिक्षा प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण, पासपोर्ट साइज की फोटो, आदि दस्तावेज लेकर जाना होगा।
आपको एक आवेदन फॉर्म भरना होगा, जिसमें आपका नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल, जन्म तिथि, शिक्षा, आय, आदि जानकारी देनी होगी।
प्रशिक्षण लें:
आपको प्रशिक्षण केंद्र में नियत समय पर पहुंचना होगा। आपको कुल 40 कार्य दिवस का प्रशिक्षण मिलेगा। इसमें आपको सोलर गाड्यूल, सरफेस पम्प, सबमर्सिबल पम्प के व्यावहारिक संचालन, अनुरक्षण, मरम्मत, आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
आपको विभिन्न तरह के सोलर पम्पों को लगाने, चलाने, टेस्टिंग करने, फॉल्ट ढूंढने, ठीक करने, आदि का प्रैक्टिकल अनुभव मिलेगा। आपको विद्युत, इलेक्ट्रानिक्स, फिटिंग, आदि के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
प्रमाण पत्र प्राप्त करें:
आपको प्रशिक्षण के बाद एक परीक्षा देनी होगी। अगर आप उसमें उत्तीर्ण होते हैं, तो आपको एक प्रमाण पत्र मिलेगा। यह प्रमाण पत्र आपको सोलर मैकेनिक के रूप में काम करने का अधिकार देगा। आप इस प्रमाण पत्र को अपने रिज्यूमे में शामिल कर