हल्द्वानी हिंसा: बनभूलपुरा में खाली कराई गई जमीन पर बनेगा पुलिस थाना, सीएम पुष्कर सिंह धामी का बड़ा ऐलान

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सीधा में हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुए पुलिस और प्रशासन की टीम पर पथराव और आगजनी की घटनाओं पर कड़ा रुख अख्तियार किया हुआ है। सीएम धामी ने साफ तौर कहा है कि इस घटना में शामिल तमाम आरोपियों को कानून के दायरे में लाकर सजा दिलाई जाएगी। सोमवार को हरिद्वार पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी का भव्य स्वागत किया गया। सीएम धामी ने बड़े रोड शो में शक्ति प्रदर्शन किया। उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड को विधानसभा से पास कराए जाने के बाद बड़े स्तर पर स्वागत हो रहा है। हालांकि, हल्द्वानी हिंसा ने सरकार के सामने चुनौती खड़ी की है। अभी भी बनभूलपुरा इलाके में कर्फ्यू जैसी स्थिति है। हरिद्वार में आयोजित जनसभा में उन्होंने हल्द्वानी हिंसा का जिक्र किया। इस मामले में सीएम धामी ने साफ किया कि बनभूलपुरा में खाली कराई गई जमीन पर थाना का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने इस घटना में शामिल सभी दंगाइयों पर कार्रवाई की बात कही है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा में जिस जगह से अतिक्रमण हटाया गया, वहां पर अब पुलिस थाने का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों और दंगाइयों के लिए हमारी सरकार का यह स्पष्ट संदेश है कि देवभूमि की शांति से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। ऐसे उपद्रियों के लिए उत्तराखंड में कोई स्थान नहीं है। सीएम धामी ने कहा कि वनभूलपुरा में मलिक के बगीचे अतिक्रमण को हटाया गया है। इस अभियान में कई एकड़ जमीन को खाली कराया गया है।

सीएम धामी ने कहा कि जहां पर आगजनी की गई है। जहां पर पथराव हुआ है। जिस स्थान पर उपद्रव किया गया है। जहां हमारे पुलिसकर्मियों के साथ सभी कानून को तोड़ने का प्रयास किया गया है। पत्रकार भाइयों को आग में झोंकने का काम किया गया है। सीएम धामी ने कहा कि मैं मां गंगा की इस पवित्र भूमि से घोषणा करता हूं कि उस स्थान पर पुलिस थाना का निर्माण किया जाएगा।

नुकसान की होगी भरपाई

सीएम पुष्कर सिंह धामी के कड़े रुख के बाद सरकार की ओर से भी तैयारी की जा रही है। बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में हुई हिंसा, आगजनी और पथराव मामले में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान के आकलन और आरोपियों को चिह्नित किए जाने के बाद नुकसान की भरपाई ऐसे ही लोगों से किए जाने की बात कही है। सरकार ने साफ किया है कि दंगाइयों से ही इसकी वसूली की जाएगी। पहले ही सरकार ने ऐसे आरोपियों को एनएसए के दायरे में लाने की घोषणा की हुई है। अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

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