Haryana Assembly Election: बादली में बदली कांग्रेस की किस्मत…जानिए कौन हैं जायंट किलर कुलदीप वत्स
हरियाणा की बादली विधानसभा सीट कांग्रेस के लिए सिरदर्द बन गई है. इस सीट पर कुल्दीप वत्स और बजंरग पूनिया के बीच टिकट हासिल करने की जंग चल रही है. कुल्दीप वत्स बादली के मौजूदा विधायक हैं तो बजरंग पूनिया कुश्ती की दुनिया में अपना लोहा मनवा चुके हैं. बजरंग की बुधवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात हुई. उनके साथ पहलवान विनेश फोगाट भी थीं. बजरंग की राहुल से मुलाकात के बाद कुल्दीप वत्स भी एक्टिव हो गए. उन्होंने केसी वेणुगोपाल से गुपचुप मुलाकात की. उन्होंने वेणुगोपाल से कहा कि बादली से मैं ही लड़ूंगा. मेरा क्या कसूर है.
मुलाकात में वेणुगोपाल ने कुलदीप वत्स से सीट छोड़ने पर चर्चा की. उनको दूसरी सीट और बेहतर पद देने का वादा किया गया, लेकिन फिलहाल कुलदीप वत्स सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में बजरंग पुनिया, कुलदीप वत्स के बीच पेच फंस गया है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर कुलदीप वत्स कौन हैं और जिस सीट पर उन्होंने 2019 के चुनाव में जीत दर्ज की थी उसका क्या इतिहास रहा है.
जायंट किलर हैं कुलदीप वत्स
विधायक कुलदीप वत्स का जन्म 5 मई 1975 को हरियाणा के झज्जर जिले की बादली विधानसभा के सुरेहती गांव में हुआ था. वह एक सामान्य किसान परिवार से हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव से ही पूरी की. छोटी उम्र से ही उनकी रुचि समाज सेवा और राजनीति के क्षेत्र में थी. इसके चलते वह अपने सामाजिक कार्यों के जरिए जनता से जुड़े रहे.
समाज सेवा करना और लोगों से बातचीत करना उनके जीवन का हिस्सा बन गया. 1990 में अपने निरंतर सामाजिक कार्यों और राजनीतिक रुचि के कारण वह कांग्रेस पार्टी के युवा कार्यकर्ता बन गए और पार्टी के कार्यों में हिस्सा लेने लगे. धीरे-धीरे कांग्रेस पार्टी की गतिविधियों में भाग लेने से लोगों के बीच उनकी पहचान बढ़ती गई.
इसी दौरान उनकी मुलाकात हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से हुई, जहां से उनकी जिंदगी में नया मोड़ आया और तब से वह राजनीति में काफी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. हुड्डा के आशीर्वाद से पार्टी में उनका कद बढ़ता गया. उन्हें नई जिम्मेदारियां सौंपी गईं. वह सियासत की सीढ़ी चढ़ते गए और 2019 में पहली बार बादली सीट से विधायक बने.
उन्होंने इस चुनाव में हरियाणा बीजेपी के दिग्गज नेता ओम प्रकाश धनकड़ को हराया. कुलदीप वत्स के खाते में इस चुनाव में 45 हजार 441 वोट आए तो धनकड़ को 34 हजार 196 वोट मिले. यानी कुलदीप वत्स को 10 हजार से ज्यादा वोटों से जीत मिली.
बादली सीट को जानिए
बादली हरियाणा की वीआईपी सीट रही है. इस सीट से बीजेपी के ओम प्रकाश धनकड़ विधायक रह चुके हैं. यहां पर कभी किसी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा है. जनता पार्टी, समता पार्टी से लेकर INLD तक ने इस सीट पर जीत हासिल की है.
हाल के चुनावों पर नजर डालें तो इस सीट पर मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होता आया है. 2009 में जहां कांग्रेस ने जीत हासिल की थी तो 2014 में बीजेपी ने सीट पर कब्जा किया. 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने कुलदीप वत्स के दम पर वापसी करते हुए जीत हासिल की.