बारिश-बाढ़ से तमिलनाडु में भारी तबाही, PMO ने राहत और पुनर्वास कार्यों का लिया जायजा

तमिलनाडु में पिछले दिनों भारी बारिश और बाढ़ की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था और राज्य को भी खासा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने प्राकृतिक आपदा से पीड़ित दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में बाढ़ के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए आज रविवार को एक हाई लेवल की मीटिंग की और राज्य की मदद के लिए हर उपायों पर विचार-विमर्श किया.

आधिकारिक सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएमओ के अधिकारियों ने राज्य में राहत और पुनर्वास उपायों पर चर्चा के लिए तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों के साथ लंबी चर्चा की है. उन्होंने बताया कि पीड़ित राज्य में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की तैनाती और जरूरत पड़ने पर हेलिकॉप्टर सहित सशस्त्र बलों की मदद पर भी चर्चा की गई है. बैठक में नुकसान का आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (Inter Ministerial Central Team) के दौरे पर भी चर्चा की गई.

पिछले दिनों आई बारिश-बाढ़ ने मचाई तबाही

पिछले कुछ दिनों में हुई भारी से भारी बारिश और उसकी वजह से आई भारी बाढ़ ने तमिलनाडु के कई इलाकों में जबर्दस्त तबाही मचाई है. राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राहत को लेकर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी.

मुख्यमंत्री स्टालिन ने कल शनिवार को राजधानी चेन्नई के उत्तरी इलाकों में तेल रिसाव से प्रभावित 9 हजार से अधिक परिवारों को साढ़े सात हजार रुपये से लेकर 12,500 रुपये तक की नकद सहायता देने का आदेश दिया. साथ ही मुख्यमंत्री स्टालिन ने अधिकारियों को बारिश और बाढ़ की वजह से 787 प्रभावित नावों को 10-10 हजार रुपये की मदद देने करने का भी आदेश दिया है.

चक्रवाती तूफान ‘मिगजॉम’ से खासा नुकसान

दिसंबर महीने की शुरुआत में चक्रवाती तूफान ‘मिगजॉम’ के कारण राज्य के कई इलाकों में भारी से भारी बारिश हुई थी, जिसके कारण कई जगहों पर भारी बाढ़ आ गई थी. बाढ़ की वजह से कोसस्थलाई नदी/एन्नोर क्रीक (छोटी नदी) की सतह पर तेल का रिसाव हो गया था. और फिर यह तेल बाढ़ के पानी के साथ मिलकर पूरे क्रीक इलाके में फैल गया था. सरकार ने इस रिसाव के बारे में कहा कि उसने तेल रिसाव को दूर करने के लिए तेजी से कदम उठाए. हालांकि इस रिसाव की वजह से उत्तरी चेन्नई में मछली पकड़ने वाले लोग और नाविकों पर काफी असर पड़ा था.

वहीं तमिलनाडु के तटीय जिले तूत्तुक्कुडि में राहत कार्य जारी है. पुलिस के साथ एनडीआरएफ की एक टीम ने कल शनिवार को SIPCOT औद्योगिक क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. एनडीआरएफ की टीम ने SIPCOT पुलिस के साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित महिलाओं और बच्चों को नौका के जरिए सुरक्षित बाहर निकाला और उन्हें भोजन उपलब्ध कराया. बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए केंद्रीय टीम पहले ही निरीक्षण कर चुकी है.

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