हेमा मालिनी ने लोकसभा में की अमित शाह की तारीफ, अक्षय कुमार की फिल्म का मारा डायलॉग
लोकसभा में पेश किए गए तीन संशोधित आपराधिक बिल को बुधवार (20 दिसंबर) को विपक्ष की गैर-मौजूदगी में पारित कर दिया गया. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद हेमा मालिनी ने इन विधेयकों पर प्रसन्नता जाहिर की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लिए हिंदी फिल्म का डायलॉग भी इस्तेमाल किया.
फिल्म अभिनेत्री ने फिल्म स्टार अक्षय कुमार की फिल्म राउडी राठौड़ का एक डायलॉग सुनाया, ”अमित शाह जी जो कहते हैं वो करते हैं, लेकिन जो नहीं कहते हैं, वो जरूर करते हैं.” इसको सुनकर सदन में सदस्यों ने ठहाके लगाए और गृह मंत्री शाह भी मुस्कुराते नजर आए.
लोकसभा में पिछले सप्ताह गृहमंत्री अमित शाह की ओर से तीन संशोधित आपराधिक बिल पेश किए थे, जिनमें भारतीय न्याय (द्वितीय) संहिता (बीएनएस)-2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा (द्वितीय) संहिता (बीएनएसएस)-2023, और भारतीय साक्ष्य (द्वितीय) विधेयक (बीएसबी)-2023 शामिल हैं.
‘सदियों पुराने कानूनों की नए भारत के परिदृश्य में महत्ता नहीं’
तीनों बिल के बारे में बात करते हुए मालिनी ने कहा कि ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान बनाए गए सदियों पुराने कानूनों की अब नए भारत के विकसित परिदृश्य में महत्ता नहीं रह गई है. उन्होंने विकसित भारत को लेकर भी सदन में वक्तव्य दिया. उन्होंने कहा, ”नया भारत विकसित भारत की दिशा में जा रहा है. पीएम मोदी देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं और गृह मंत्री अमित शाह शांति, न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं.”
‘गैंगरेप जैसे संगीन अपराध को बने कड़े कानून’
उन्होंने यह भी कहा कि जो नए बिल में महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर कड़े कानून बनाए गए हैं. गैंगरेप के दोषियों को 20 साल की सजा या आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा सकती है. अगर दोषी 18 साल से कम उम्र की बच्ची के साथ ऐसा अपराध करता है तो उसको मृत्यदंड देने का प्रावधान नए कानून में किया गया है. साल 2027 तक देश की सभी कोर्ट को ऑनलाइन करने का प्रावधान भी किया है, जिससे कि आम लोगों को एक क्लिक पर केस स्टेट्स मिल सकेगा.
‘जानवरों के प्रति क्रूरता को नियंत्रित करने वाले कानून 60 साल पुराने’
मालिनी ने जानवरों के प्रति क्रूरता को नियंत्रित करने वाले पुराने कानूनों के बारे में चिंता जताई और कहा कि इसके लिए अभी भी लगभग 60 साल पुराने कानून लागू हैं. उन्होंने कहा कि जैसे नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने और अपराध मुक्त भारत बनाने के लिए संशोधित आपराधिक बिल लाए गए हैं. उसी तरह से जानवरों के अधिकारों की रक्षा करने और उनके लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए पशु क्रूरता निवारण अधिनियम-1960 में बदलाव लाकर इसकी जगह पर एक नए कानून को लाने की जरूरत है.
बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की प्रशंसा करते हुए अपने वक्तव्य के अंत में चंद लाइन भी प्रस्तुत कीं-”लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर, भारत की नाम होगा सबकी जुबान पर, ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर, कोई जो उठाएंगे आंख हिन्दुस्तान पर.”
लोकसभा से विपक्ष के 97 सांसद निलंबित
यह तीन विधेयक भारतीय दंड संहिता-1860, दंड प्रक्रिया संहिता अधिनियम-1898 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 का स्थान लेंगे. इन सभी विधेयकों को विपक्षी की गैर-मौजूदगी में पारित किया गया. दरअसल, 97 विपक्षी सांसदों को सदन में लगातार कदाचार, अनियंत्रित व्यवहार और शोर शराबे करके कार्यवाही को सुचारू रूप से नहीं चलने देने की वजह से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया है.