हेमंत सोरेन बने मिस्ट्रीमैन! आखिर कहां चले गए झारखंड के सीएम

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बाद झारखंड में सियासी हलचल तेज हो गई है। ईडी की टीम नई दिल्ली में सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंची, लेकिन हेमंत सोरेन वहां नहीं मिले। जिसके बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं ईडी की कार्रवाई के खिलाफ विभिन्न जिलों के झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) कार्यकर्ताओं ने रांची पहुंचकर प्रदर्शन किया। जेएमएम कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के कारण एक हजार से अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। जबकि जेएमएम के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टचार्य ने बताया कि हेमंत सोरेन की ओर से ईडी को 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे पूछताछ करने के लिए सीएम आवास बुलाया गया है। हेमंत सोरेन से संपर्क के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सीएम अभी कहा हैं इस बात की जानकारी अभी उन्हें नहीं हैं।

राज्यपाल बोले-सीएम को जवाब तो देना ही होगा

सीएम हेमंत सोरेन को ईडी के समन पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री आज जवाब नहीं दे रहे हैं, तो उन्हें कल जवाब देना होगा। एक सच्चे नागरिक के रूप में, हमें आज्ञा माननी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत संतोषजनक नहीं है। ये बात वे पहले भी कई बार कह चुके हैं। कार्रवाई तो करनी ही पड़ेगी।

जेएमएम की ओर से हेमंत सोरेन का किया गया बचाव

जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को रांची में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 20 जनवरी को भी हेमंत सोरेन से ईडी ने सात घंटे तक पूछताछ की। हेमंत सोरेन की ओर से पार्टी पदाधिकारियों को यह जानकारी दी गई कि ईडी के अधिकारियों ने अधिकांश वहीं सवाल किए, जो उन्होंने चुनाव आयोग के अपने हलफनामा में पहले ही दे चुके थे। उन्होंने बताया कि ईडी की ओर से बड़गाई की जिस जमीन को लेकर पूछताछ की जा रही है, उसके बारे में पता करने पर यह जानकारी मिली कि वो भुईंहरी जमीन है, जिसकी खरीद-बिक्री नहीं हो सकती। यह जमीन पिछले 50 से 60 साल से आदिवासी धर्मगुरुओं की देखरेख में है। इससे अधिक जानकारी पार्टी के पास नहीं है। वहीं बड़गाई की जमीन के बाद रांची में हरमू स्थित सोहराई भवन के ट्रांजेक्शन के बारे में जानकारी मांगी गई। वर्ष 2018-22 के दौरान ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा उनकी पत्नी के पास उपलब्ध है,क्योंकि यह व्यवसाय उनकी पत्नी ही देखती हैं।

मुख्य सचिव ने वरीय अधिकारियों के साथ की बैठक

इधर, मुख्य सचिव एल. खियांग्ते ने आला अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में डीजीपी और गृह सचिव मौजूद थे। करीब एक घंटे तक चली बैठक में कानून व्यवस्था को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने रांची और दुमका में विशेष नजर रखने का निर्देश दिया। दिल्ली में चल रही ईडी की कार्रवाई पर नजर रखने का निर्देश अधिकारियों को दिया और किसी भी हालत में विधि व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए सतर्क रहने को कहा।

हेमंत सोरेन को भेजे गए ईडी के समन के खिलाफ प्रदर्शन

जेएमएम के अपर मुख्य सचिव (गृह) अविनाश कुमार ने बताया कि कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए है। राज भवन, ईडी कार्यालय, केंद्र सरकार के कार्यालयों और मुख्यमंत्री आवास जैसे प्रमुख प्रतिष्ठानों सहित राज्य की राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि वहां भीड़ के कारण होने वाली किसी भी समस्या से बचा जा सके। इसके अलावा महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के लिए निषेधाज्ञा लागू है।मौजूदा स्थिति के मद्देनजर पर्याप्त सावधानी बरत रहे हैं। इस बीच, राज्य के कुछ शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि यहां अभूतपूर्व स्थिति पैदा हो गई है। मुख्यमंत्री कहां हैं, यह किसी को नहीं मालूम। अधिकारियों ने कहा कि मौजूदा हालात में किसी भी घटना की स्थिति में कानून-व्यवस्था पर नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।

रांची में एक हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती

रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि जेएमएम कार्यकर्ताओं के प्रस्तावित विरोध को देखते हुए शहर के 30 रणनीतिक स्थानों पर 1,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि यातायात परिचालन प्रभावित न हो, इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है।

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