High Court : यूपी के माघ मेले में लगे झूलों को लेकर हाईकोर्ट ने अपनाया सख्त रवैया, जानिए बड़ी वजह
माघ मेले (Magh Mela) में लगे झूलों को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) ने सख़्त रवैया अपनाया है. हाईकोर्ट ने मेला अधिकारी को पांच फरवरी को तलब करते हुए जवाब मांगा है.
कोर्ट ने माघ मेला अधिकारी से पूछा है कि मेले में खतरनाक झूले लगाने के मापदंड क्या हैं? इसके साथ ही मानव जीवन के लिए खतरनाक बड़े बड़े झूले किसकी इजाजत से लगाए जाते हैं?
माघ मेले में लगे झूलों को इलाहाबाद हाईकोर्ट सख्त
दरअसल बरेली के भोजीपुरा में ब्रेक डांस झूले में लगे बिजली के तार की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. तब झूला संचालक नासिर अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था.
नासिर अली की जमानत पर हाईकोर्ट में जस्टिस शेखर कुमार यादव की सिंगल बेंच में सुनवाई चल रही है. जमानत पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने प्रयागराज माघ मेले में लगे बड़े बड़े झूले का भी संज्ञान लेते हुए, माघ मेला अधिकारी को हाईकोर्ट ने तलब कर मामले में जवाब मांगा है.
प्रेमी जोड़े को राहत
संभल के प्रेमी जोड़े को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. धारा 366 और 506 के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तारी पर रोक लगाई गई है.
हाईकोर्ट ने अगले आदेश तक प्रेमी जोड़े के खिलाफ किसी भी तरह की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दी है. याची अधिवक्ता ने कहा प्रेमी जोड़े बालिग हैं,
दोनों ने अपनी मर्जी से शादी की है और उसका रजिस्ट्रेशन भी कराया है. उत्पीड़न के उद्देश्य से जोड़े के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई तक गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए शिकायतकर्ता से जवाब मांगा है.
15 जनवरी से माघ मेले की शुरुआत
संगम नगरी प्रयागराज में 15 जनवरी से माघ मेले की शुरुआत हो गई है. पहले स्नान पर्व मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने पाप नाशनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाई.
हले स्नान पर्व मकर संक्रांति पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. कड़ाके की ठंड के बीच श्रद्धालुओं ने ब्रह्म मुहूर्त में संगम डुबकी लगाई. माघ मेला 2024 के पहले स्नान पर्व के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये. माघ मेला 2025 के महाकुंभ का रिहर्सल माना जा रहा है. 768 हेक्टेयर में 6 सेक्टर में माघ मेला बसाया गया है.