सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEO की कुर्सी खतरे में! जानिए क्यों उठ रही सुंदर पिचाई को हटाने की मांग
दिग्गज टेक कंपनी गूगल (Google) की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के भारतीय मूल के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) को हटाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। नवंबर 2022 में जब OpenAI ने ChatGPT रिलीज किया था तो गूगल पर दबाव बढ़ गया था। गूगल ने इसके जवाब में AI चैटबॉट जेमिनी लॉन्च किया। लेकिन इसे अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है और यह एक तरह से हास्य का पात्र बनकर रह गया है। यही वजह है कि पिचाई पर दबाव बढ़ गया है। माना जा रहा है कि वह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं या फिर कंपनी उन्हें निकाल सकती है। पिचाई 2022 में अमेरिका में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ थे। उन्हें 22.6 करोड़ डॉलर की सैलरी मिली। अगर भारतीय रुपयों में देखें तो यह करीब 18,84,39,13,900 रुपये बैठती है। यानी पिचाई की रोजाना की कमाई पांच करोड़ रुपये से अधिक रही।
जेमिनी के एआई इमेज जेनरेशन टूल की इतनी आलोचना हुई कि उसने इस फीचर को अपने चैटबॉट से हटा लिया है। कंपनी का कहना है कि इसे दुरुस्त करने के बाद ही बहाल किया जाएगा। पिचाई ने भी Gemini से हुई गलतियों को स्वीकार किया है। इसे ठीक किया जा रहा है और हमारी टीम लगातार इस मामले को ठीक करने के लिए 24 घंटे काम कर रही है। इस बीच गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयरों में भी गिरावट आई है। इससे पहले जेमिनी के पिछले अवतार बार्ड में भी कई खामियां सामने आई थी। इससे गूगल की कल्चर पर भी सवाल उठने लगे हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि कंपनी आधे-अधूरे प्रॉडक्ट्स बाजार में लॉन्च कर रही है। इस कारण अब कंपनी के सीईओ पिचाई को हटाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है।
कल्चर पर उठ रहे सवाल
दरअसल गूगल की पहचान एक ऐसी कंपनी की रही है जो ठोक-बजाकर अपना माल बाजार में उतारती है। लेकिन बार्ड और अब जेमिनी की नाकामी ने कंपनी के बारे में इस धारणा को चूर-चूर कर दिया है। निवेशकों के बीच यह धारणा बन रही है कि गूगल एआई की रेस में पिछड़ चुकी है। एनालिस्ट बेन थॉमसन ने अपने पब्लिकेशन Stratechery ने कहा कि गूगल को अपनी संस्कृति में बड़ा बदलाव करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गूगल ने जेमिनी का इमेज जेनरेशन टूल को बंद कर दिया है लेकिन इसका टेक्स्ट जेनरेशन टूल भी बेतुका है। गूगल को एआई को डोमिनेट करना चाहिए था लेकिन उसकी सबसे बड़ी बाधा उसका कल्चर है। यही कारण है कि पिचाई के मैनेजमेंट पर सवाल उठ रहे हैं।