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Hill Station: शिमला से 22 किमी की दूरी पर है ये 5 खूबसूरत हिल स्टेशन, देखने के लिए दूर-दूर से आते है लोग

इस बात से बिल्कुल भी इनकार नहीं किया जा सकता कि हिमाचल प्रदेश में ऐसी बहुत सारी ऑफबीट जगहें हैं, जिनकी सुंदरता को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। हालांकि, ऐसा हो भी क्यों न यहां की हरी-भरी घाटियों से लेकर बर्फ से ढकी पहाड़ियों तक लोगों को खूब आकर्षित करती हैं।

इतना ही नहीं, यहां की कुछ जगहें तो इतनी खूबसूरत कि देखने वालों की आंखें और मन वहां से निकलने को नहीं चाहेगा। लेकिन यहां के कियारीघाट हिल स्टेशन की बात ही कुछ अलग है।

दरअसल, कियारीघाट हिमाचल प्रदेश में कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग से 22 किमी की दूरी पर स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन है, जो हरे-भरे जंगलों और खूबसूरत प्राकृतिक नजारों से घिरा हुआ है। दिल्ली/एनसीआर में रहने वालो के लिए यह जगह छुट्टी बिताने का पसंदीदा स्थान है।

यही तो एक वजह भी है कि कियारीघाट आकर्षण और सुंदरता के कारण हर साल हजारों पर्यटक यहां घूमने आते हैं। ऐसे में अगर अभी कियारीघाट जाने का प्लान बना रहे हैं, तो हम आपको बताते हैं कि आप वहां जाकर क्या-क्या कर सकते हैं।

द एप्पल कार्ट इन

अगर कियारीघाट आने के बाद आपने ‘द एप्पल कार्ट इन’ नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा। ऐसा इसलिए क्योंकि यह जगह बहुत ही शानदार है। काफी साल पहले यह जगह डाक बंगला हुआ करती थी ,लेकिन अब इसे हिमाचल प्रदेश टूरिज्म ने इकॉनोमी बार कम रेस्टोरेंट में तब्दील कर दिया है।

यहां आकर आप टेस्टी फूड व स्नैक्स का आनंद ले सकते हैं। इस कैफेटेरिया की खास बात यह है कि यह देर रात तक अपने गेस्ट्स की सेवा में हाजिर रहता है। यहां आकर आप दोस्तों के साथ खूब मस्ती-मजाक कर सकते हैं ।

चूड़धार अभयारण्य

चूड़धार अभयारण्य हिमाचल प्रदेश के राज्य सिरमौर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य है, जोकि 56 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इस जगह की स्थापना 1985 में की गई थी।

यहां आने के बाद आपको प्राकृतिक नजारे के साथ-साथ चूड़घार चिरघुल महाराज की प्रतिमा भी देखने को मिल जाएगी। इस जगह को चूड़ीचांदनी (बर्फ की चूड़ी) के नाम से भी जाना जाता है।

आपको बता दें कि यहां भगवान शिव शिरगुल महाराज के रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं। शिरगुल महादेव को चौपाल और सिरमौर का देवता भी माना जाता है।

करोल गुफा

करोल गुफा हिमाचल के सोलन जिले के करोल पहाड़ के टॉप पर स्थित है। यह हिमालय में स्थित सबसे लंबी-पुरानी और रहस्यमयी गुफा है, जो अपने अंदर आज भी बहुत से राज समेटे हुए हैं। पर्यटकों को इस गुफा तक पहुंचने के लिए करोल चोटी के शिखर पर जाना पड़ता है।

ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव ही नहीं बल्कि पांडवों ने भी यहां तपस्या की थी। इस गुफा को पांडव गुफा के नाम से भी जाना जाता है। गुफा के अदर कई शिवलिंग भी बने हुए हैं। ऐसे में यह गुफा भगवान शिव से जुड़े अनेकों रहस्य समेटे हुए हैं।

जटोली

जटोली सोलन राजगढ़ रोड पर स्थित एक छोटा लेकिन प्यारा गांव है, जो विशाल शिव मंदिर के लिए जाना जाता है। इस जगह की सुंदरता इसे काफी खास बनाती है। यहां जटोली शिव नाम का मंदिर है, जिसकी ऊंचाई लगभग 111 फुट है।

इस मंदिर को लेकर यह मान्यता है कि पौराणिक काल में भगवान शिव यहां आए थे और कुछ समय के लिए रहे थे। बाद में 1950 के दशक में स्वामी कृष्णानंद परमहंस नाम के एक बाबा यहां आए, जिनके मार्गदर्शन और दिशा-निर्देश पर ही जटोली शिव मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ।

कियारीघाट कैसे पहुंचें

अगर आप हवाई यात्रा के जरिए कियारीघाट जाना चाहते हैं, तो यहां का नजदीकी एयरपोर्ट शिमला का जुब्बल हट्टी एयरपोर्ट है। यहां आप कालका-शिमला हाईवे के जरिए कियारीघाट पहुंच सकते हैं।

वहीं अगर आपका ट्रेन का प्लान है, तो यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन कंधाघाट रेलवे स्टेशन है। कियाराघाट कालका-शिमला राजमार्ग के किनारे स्थित है, जहां के लिए बस की भी अच्छी सेवा उपलब्ध है।

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