9 वें फ्लोर पर घर, रात को लिफ्ट में फंसा युवक. सुबह दूधवाले ने निकाला बाहर
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक इंजीनियर लिफ्ट में फंस गया. यह मामला ग्रेनो वेस्ट की आम्रपाली लेजर पार्क सोसाइटी का है. रात में करीब तीन बजे जब वह लिफ्ट में गया तो लिफ्ट अचानक बंद हो गई. लिफ्ट में फंसे व्यक्ति ने जोर-जोर से आवाजें लगाईं, लेकिन इतनी रात में कहां कोई सुनने वाला था.
सुबह जब दूधवाला उस जगह पहुंचा तो उसने करीब पांच बजे उस व्यक्ति की मदद की. लिफ्ट में फंसे व्यक्ति ने आरोप लगाया कि लिफ्ट के पास कोई भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था. इतनी देर लिफ्ट में फंसे रहकर परेशानी झेलने के बाद पीड़ित युवक ने टावर के पास सुरक्षाकर्मी की ड्यूटी लगाने की मांग की है.
दरअसल, पीड़ित युवक प्रशांत एक प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर है. प्रशांत अपने परिवार के साथ जिस सोसाइटी में रहता है, उसी सोसाइटी की लिफ्ट में वह देर रात फंस गया. प्रशांत को 9 वें फ्लोर पर जाना था लेकिन जब वह ऑफिस से लौटा तो उसे घर पहुंचने से पहले लिफ्ट में फंसे रहना पड़ा. प्रशांत ने आरोप लगाया कि लिफ्ट इस कदर अटकी रही की बार-बार बटन दबाने पर भी वह काम नहीं कर रही थी.
प्रशांत के मोबाइल में नेटवर्क भी नहीं आ रहा था कि वह किसी रो मदद के लिए बुला सके. उसने जोर-जोर से आवाज लगाई लेकिन लिफ्ट के पास कोई सुरक्षाकर्मी भी मौजूद नहीं था, जिसके कारण उसे दो घंटे लिफ्ट में अटके रहना पड़ा.
मेंटेनेंस के पैसे देने के बाद भी समस्या
प्रशांत के लिफ्ट में फंसे रहने के बाद से परिवार वाले काफी डर गए हैं. उन्हें परिवार के किसी और सदस्य का लिफ्ट में फंस जाने का डर और बढ़ गया है. परिवार वालों का आरोप है कि वो समय-समय पर मेंटेनेंस शुल्क भी देते रहते हैं इसके बावजूद भी यहां सुरक्षित नहीं हैं. प्रशांत के लिफ्ट में फंस जाने के बाद सोसाइटी के अन्य लोग भी काफी नाराज हैं. वहां रहने वाले लोगों का आरोप है कि सोसाइटी का रख-रखाव सही से नहीं किया जा रहा है. इसके लिए उन्होंने कई बार शिकायत भी की है, लेकिन कोई बदलाव नहीं किया गया है.