Zomato ने सिर्फ 1 रुपए से कैसे कमाया करोड़ों का मुनाफा? खुल गया राज
कभी 50% ऑफ तो कभी 80% ऑफ, फूड डिलीवरी पर भारी भरकम डिस्काउंट देने वाली कंपनी जोमेटो आखिर कमाई कैसे करती है, ये सवाल आपके भी मन में कभी-कभी ना कभी तो आया होगा. अगर आप भी स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो आपने भी जोमेटो के बिजनेस मॉडल को समझने की कोशिश की होगी. हाल में जोमेटो के फाउंडर और सीईओ दीपिंदर गोयल ने खुद इस राज से पर्दा उठाया है.
जोमेटो शेयर बाजार में लिस्ट है. लंबे समय तक कंपनी के शेयर नीचे बने रहे, लेकिन जैसे ही कंपनी ने प्रॉफिट कमाना शुरू किया, इसके शेयर ने एक बार फिर उड़ान भरना शुरू कर दिया है. कंपनी ने प्रॉफिट सिर्फ 1 रुपए की बचत से कमाना शुरू किया है. दीपिंदर गोयल ने इसकी पूरी कहानी शेयर की है.
सिर्फ ₹1 से करोड़ों का मुनाफा
दीपिंदर गोयल ने हाल में सोशल मीडिया पर एक पॉडकास्ट में जोमेटो के कमाई मॉडल की डिटेल दी थी. उन्होंने बताया था कि जोमेटो का रिवेन्यू रेस्टोरेंट से कमीशन, कस्टमर से प्लेटफॉर्म चार्ज और डिलीवरी फीस लगाकर जेनरेट होता है. वहीं जोमेटो को डिलीवरी बॉय, रिफंड, प्लेटफॉर्म रनिंग कॉस्ट पर पैसा खर्च करना होता है. इस तरह पूरा गणित ये है कि जो पैसा आ रहा, वो जोमेटो से बाहर जाने वाले पैसे से ज्यादा होना चाहिए.
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इसको उन्होंने सिंपल मेथ में समझाया कि जोमेटो पर एवरेज ऑर्डर 300 से 400 रुपए का है. इस पर कमीशन के तौर पर उन्हें 80 रुपए, कस्टमर चार्जेस और डिलीवरी चार्जेस मिलाकर करीब 20 से 30 रुपए यानी कुल 100 रुपए का रिवेन्यू आ जाता है. अब इसमें 60 से 70 रुपए सिर्फ डिलीवरी बॉय पर खर्च हो जाते हैं. वहीं फिक्स कॉस्ट जैसे कि रिफंड, कस्टमर केयर, टेक टीम, ऑफिस, पेमेंट गेटवे और सैलरी वगैरह पर भी पैसे खर्च होते हैं. अंत में जोमेटो के पास 1 या 2 रुपए का रिवेन्यू बच जाता है. इस तरह यही जोमेटो का प्रॉफिट बन जाता है.
जोमेटो ने कमाए करोड़ों
अगर जोमेटो के फाइनेंशियल स्टेटमेंट को देखें तो चालू वित्त वर्ष 2023-24 की जुलाई सितंबर तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 36 करोड़ रुपए का रहा है. जबकि 2022-23 की इसी तिमाही में कंपनी ने 251 करोड़ रुपए का घाटा दिखाया था. इस दौरान उसका रिवेन्यू 2,848 करोड़ रुपए रहा है, जो पिछले साल इसी अवधि में 1,661 करोड़ रुपए था.