कैंसर के इलाज में कैसे काम करती है जीन थेरेपी, किन मरीजों को मिलता है फायदा
कैंसर बीमारी के मामले हर साल दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे हैं. आज भी इस बीमारी के अधिकतर मरीज एडवांस स्टेज में इलाज के लिए डॉक्टर के पास आते हैं. हालांकि बीते कुछ सालों में कैंसर के इलाज में कई तरह की नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सर्जरी, कीमो और रेडिएशन थेरेपी जैसे नए ट्रीटमेंट मेथड आ गए हैं. इन ट्रीटमेंट के साथ ही अब जीन थेरेपी से भी कैंसर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. आइए जानते हैं कि जीन थेरेपी क्या है और ये कैसे काम करती है.
डॉक्टरों के मुताबिक, जीन थेरेपी में मरीज के जेनेटिक मेकअप पर काम होता है. इस थेरेपी में मरीज के खराब जींस को अच्छे जींस से ठीक किया जाता है और इससे कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोक दिया जाता है. इस थेरेपी में टारगेटेड सेल्स तक सीधे थेरेपैटिक जींस को पहुंचा दिया जाता है. अब कई तरह की जीन्स थेरपी शुरू हो चुकी हैं. आइए इनके बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं.
ट्यूमर सप्रेसर जीन थेरेपी
बीएलके मैक्स कैंसर सेंटर में मेडिकल ऑन्कोलॉजी के डायरेक्टर डॉक्टर सज्जन राजपुरोहित ने बताया कि ट्यूमर सप्रेसर जीन थेरेपी में ऐसे जींस को एक्टिव किया जाता है जो ट्यूमर को खत्म कर सकते हैं. इसके अलावा आज के समय में ऑन्कोजीन साइलेंसिंग का भी यूज किया जा रहा है. इसमें ऑन्कोजीन म्यूटेड जीन होते हैं जिनसे कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोका जाता है.इन ऑन्कोजीन पर जीन थेरेपी के जरिए अलग-अलग तरीके से टारगेट किया जाता है.
पर्सनलाइज्ड तरीके से कैंसर का इलाज
डॉ राजपुरोहित बताते हैं कि जीन थेरेपी में मरीज का इलाज में पर्सनलाइज्ड तरीके से किया जाता है. इसमें हर मरीज के जेनेटिक मेकअप के जरिए ट्रीटमेंट होता है. हालांकि, कैंसर के लिए जीन थेरेपी अभी अपने शुरुआती स्टेज में है. अभी इस पर रिसर्च चल रही है. उनसे पता चलता है कि इस थेरेपी से कैंसर का ट्रीटमेंट में काफी फायदा मिल सकता है.