असम के चुनावी दौरे पर PM मोदी ने कैसे देखा रामलला के ‘सूर्य तिलक’ का अद्भुत नजारा, खुद Tweet कर बताया | VIDEO
PM मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘नलबाड़ी की सभा के बाद मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के अद्भुत और अप्रतिम क्षण को देखने का सौभाग्य मिला. श्रीराम जन्मभूमि का ये बहुप्रतीक्षित क्षण हर किसी के लिए परमानंद का क्षण है. ये सूर्य तिलक, विकसित भारत के हर संकल्प को अपनी दिव्य ऊर्जा से इसी तरह प्रकाशित करेगा.
अत्याधुनिक वैज्ञानिक तकनीक का इस्तेमाल करके 5.8 सेंटीमीटर प्रकाश की किरण से रामलला के मस्तक को रोशन किया गया. इसके लिए एक विशेष उपकरण डिजाइन किया गया था. रामनवमी पर इस शुभ आयोजन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए 10 वैज्ञानिकों की एक टीम राम मंदिर में तैनात थी. दोपहर 12 बजे से लगभग 3 से 3.5 मिनट तक, दर्पण और लेंस के संयोजन का उपयोग करके सूर्य की रोशनी को रामलला के माथे पर सटीक रूप से निर्देशित किया गया.
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR)-सीबीआरआई रुड़की के वैज्ञानिक डॉ. एस के पाणिग्रही ने बताया कि ‘सूर्य तिलक परियोजना के तहत हर साल चैत्र माह में श्री रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी से तिलक किया जाएगा और हर साल इस दिन आकाश पर सूर्य की स्थिति बदलती है.’ उन्होंने बताया कि रामलला के मस्तक के केंद्र पर तिलक लगाने की सही अवधि लगभग तीन से साढ़े तीन मिनट है, जिसमें दो मिनट पूर्ण रोशनी होती है.