मछली को फ्रिज में ऐसे करें स्टोर, वरना बदबू से भर जाएगा Fridge का कोना-कोना
अगर बात करें फिश लवर्स की, तो उनकी संख्या अच्छी खासी है। क्योंकि फिश न सिर्फ खाने में टेस्टी लगती है, बल्कि इसमें हाई क्वालिटी प्रोटीन होने के साथ ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन डी और बी 2 होता है, जो हड्डियों को मजबूती देने के साथ शरीर के लिए बहुत उपयोगी होता है ।
लेकिन आज के लाइफस्टाइल में ये भी संभव नहीं है कि हर रोज मार्केट जाकर फिश खरीदी जाए। कई बार तो फिश मार्केट घर से काफी दूर भी होती है, जिस कारण मन मार कर बैठना पड़ जाता है। ऐसे में अगर आप हैं फिश खाने के शौकीन हैं तो एक बार ज्यादा मछली खरीदकर उसे सही तरीके से फ्रिज में स्टोर करके रख सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि कैसे करें इसे फ्रिज में सही तरीके से स्टोर किया जाता है-
जब भी आप मार्केट से फिश खरीदने का प्लान करें, तो उससे पहले आप इंसुलेटेड ग्रोसरी बैग का इंतजाम जरूर करें। यही नहीं बल्कि आप दुकान वाले से भी बोलें कि फिश को आप आइस के साथ ही पैक करें, जिससे मार्केट से लेकर आपकी किचन तक फिश को ठंडा तापमान मिल सके। फिर आप चाहे तो इसे बना सकते हैं या फिर इसे सीधे फ्रिज में भी स्टोर करके रख सकते हैं।
आप ये जान लें कि ताजी फिश में शुरुआत में कम गंध होती है। लेकिन आप इस गंध को फ्रिज में अन्य खाने की चीजों में फैलने से रोकने के लिए इसे बुचर पेपर या फिर सीलबंद प्लास्टिक कंटेनर में स्टोर करके रख सकते हैं।
मछली की शेल्फ लाइफ कई चीजों पर निर्भर करती है, जैसे उसका स्टोरेज टेम्परेचर, टेम्परेचर में उतार-चढ़ाव , पैक करने का तरीका, पैकेजिंग सामग्री, मोइस्चर , फिश का फैट कंटेंट और यहां तक की फ्रीजिंग के समय फिश की स्थिति।
लेकिन फिर भी इस बात का ध्यान रखें कि इसे खरीदने और फ्रीजिंग के बाद 3 – 8 महीने के भीतर इसे खा लिया जाना चाहिए।
आमतौर पर बेची जाने वाली फ्रोजन फिश पहले से ही वैक्यूम सील होती है, तो इसलिए इसे इसी पैकेजिंग में छोड़ना बेहतर विकल्प है।
फिश लेने के बाद जितना जल्दी हो सके आप घर आकर इसे फ्रीजर में 10 डिग्री टेम्परेचर में रख दें। और फ्रीजर को बार बार न खोलें, इससे फिश की शेल्फ लाइफ पर असर पड़ता है।