Hyundai ने शुरू किया चलता-फिरता अस्पताल, नागपुर और औरंगाबाद में मिलेंगी ये सर्विसेस
हुंडई मोटर इंडिया कॉरपोरेशन बहुत जल्द खुद को भारतीय शेयर बाजार पर लिस्ट कराने जा रही है. कंपनी अपने आईपीओ (Hyundai IPO) के लिए सेबी को दस्तावेज भी भेज चुकी है. इस बीच हुंडई ने महाराष्ट्र के नागपुर और औरंगाबाद में एक चलता-फिरता चिकित्सा यूनिट शुरू किया है. चलिए बताते हैं इसके बारे में…
हुंडई मोटर इंडिया, दक्षिण कोरियाई ऑटो कंपनी हुंडई की इंडियन सब्सिडियरी है. इस कंपनी की कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) विंग हुंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन ने अपनी स्पर्श संजीवनी हेल्थकेयर पहल के तहत मोबाइल चिकित्सा यूनिट को शुरू किया है.
महाराष्ट्र से कंपनी ने शुरू किया प्रोजेक्ट
हुंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन की इन स्पर्श संजीवनी मोबाइल चिकित्सा यूनिट को महराष्ट्र के ग्रामीण विकास, खेल और युवा मामलों के मंत्री गिरीश महाजन ने हरी झंडी दिखाकर बुधवार को रवाना किया. इस मौके पर कंपनी और फाउंडेशन के कई अधिकारी मौजूद रहे.
Hyundai की मोबाइल चिकित्सा यूनिट
कंपनी के कॉरपोरेट अफेयर्स विभाग में असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट और वर्टिकल हेड पुनीत आनंद का कहना है कि सर्वांगीण विकास के लिए स्वस्थ आबादी सबसे पहली जरूरत है. ये हुंडई के ग्लोबल विजन ‘मानवता के लिए प्रगति’ के अनुरूप भी है. इसलिए हुंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन की स्पर्श संजीवनी पहल शुरू की गई है.
उन्होंने कहा कि इस पहल का लक्ष्य नागपुर और औरंगाबाद जिले के सुदूर इलाकों में मोबाइल चिकित्सा यूनिट की मदद से सकारात्मक प्रभाव डालना है. इस काम के लिए हुंडई की स्पेशलाइज्ड माइटी वैन्स को मोबाइल चिकित्सा यूनिट में तब्दील किया गया है. इसमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएं दी गई हैं. ये जिलों के ग्रामीण इलाकों में घूम-घूम कर लोगों को जांच, मुफ्त परामर्श की सुविधा देंगी.
ऐसा होगा हुंडई का चलता-फिरता अस्पताल
मोबाइल चिकित्सा यूनिट की हर वैन में एक एमबीबीएस डॉक्टर होगा. ये वैन गांव-गांव घूमेगी और लोगों को मुफ्त में स्वास्थ्य परामर्श और दवाएं उपलब्ध कराएगी. सभी वैन में आधुनिक मेडिकल टेस्ट फैसिलिटी, जांच टूल्स के साथ-साथ बल्ड शुगर, मलेरिया, डेंगू और ब्लड प्रेशर की जांच की सुविधा भी मिलेगी.