IIT से OTT तक की कहानी, कभी 3 महीने तक ‘पंचायत’ वाले सचिव जी के पास नहीं था कोई काम
जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू भैया को भला कौन नहीं जानता. ‘पंचायत’ के सचिव जी के किरदार के जरिए मशहूर जितेंद्र कुमार ने बॉलीवुड की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना ली है. इसी साल मई में इस सीरीज का तीसरा सीजन रिलीज किया गया, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया. 1 सितंबर को उनका 34वां जन्मदिन है. चलिए इस मौके पर आपको बताते हैं कि IIT खड़गपुर से बीटेक करने वाले जितेंद्र का सफर इंजीनियरिंग से बॉलीवुड में आकर कैसे रुका.
सचिव जी यानी जीतू भैया वो कलाकार हैं, जो हवा के झोंके की तरह आए और लोगों के दिलों में खास जगह बना ली. अपनी एक्टिंग से बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपना लोहा मनवाने वाले जितेंद्र कुमार की वेब सीरीज बाकी के एक्टर्स से काफी अलग होती है. ‘पंचायत’ के अलावा अपने एक्टिंग के करियर में वो कई बेहतरीन फिल्में और वेब सीरीज भी दे चुके हैं, जिनमें ‘चमन बहार’, ‘मुन्ना जज्बाती: द क्यू तियापा इंटर्न’, ‘चीककेक’, कोटा फैक्ट्री, ‘ड्राई डे’, ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’, ‘टीवीएस पिचर्स’ जैसी फिल्में-सीरीज शामिल हैं.
इंजीनियर फैमिली से हैं जितेंद्र कुमार
जितेंद्र कुमार का जन्म राजस्थान के खैरथल में 1 सितंबर 1990 को हुआ था. उनके पिता सिविल इंजीनियर हैं और उनकी फैमिली में ज्यादातर लोग इंजीनियर ही हैं. शायद इसलिए ही उनका झुकाव भी इसी तरफ था. OTT के सुपरस्टार कहे जाने वाले जितेंद्र बचपन में अमिताभ बच्चन और नाना पाटेकर की मिमिक्री किया करते थे. उन्होंने ‘रामलीला’ में भी एक छोटा सा रोल किया है. वो शुरू से पढ़ाई-लिखाई में लगे रहते थे.
क्लियर किया था जेईई एग्जाम
जितेंद्र कुमार ने दुनिया के सबसे मुश्किल एग्जामों में से एक जेईई परीक्षा पास की थी. उन्होंने जेईई मेन और जेईई एडवांस दोनों पास करने के बाद आईआईटी खड़गपुर में एडमिशन लिया था. फिर अपने पिता की राह पर चलते हुए उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री ली. वो भले ही इंजीनियर बन चुके थे, लेकिन उनकी दिलचस्पी एक्टिंग में थी.
ऐसे मिला एक्टिंग की दुनिया में आने का मौका
IIT खड़गपुर से बीटेक करने के दौरान ही जितेंद्र कुमार को एक्टिंग सीखने का मौका मिला. कॉलेज में होने वाले प्रोग्राम के जरिए उन्हें अपनी एक्टिंग स्किल्स को निखारने के मौके मिलते गए. प्ले, नुक्कड़ नाटक और शोज करते हुए उनकी मुलाकात एक दिन द वायरल फीवर के एग्जीक्यूटिव क्रिएटिव डायरेक्टर विश्वपति सरकार से हुई. उस समय विश्वपति जीतू भैया के सीनियर थे. जितेंद्र को एक्टिंग की दुनिया में एक बड़े मुकाम पर लाने का क्रेडिट उन्हें जाता है.
3 महीने तक रहे बेरोजगार
आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद जितेंद्र करीब 3 महीनों तक बेरोजगार घूमते रहे थे. उसके बाद एक दिन उन्हें बेंगलुरु में स्थित एक जापानी कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी मिली. नौकरी के दौरान जितेंद्र को विश्वपति सरकार ने टीवीएफ के प्रोजेक्ट के लिए बुलाया. इस प्रोजेक्ट के लिए जीतेंद्र कुमार ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी. फिर ‘मुन्ना जज्बाती’ सीरीज में काम किया और उसके रिलीज होते ही वो छा गए. इसके बाद उन्हें बेहतरीन ऑफर मिलने लगे और देखते ही देखते उन्हें एक्टिंग की दुनिया में एक अलग मुकाम मिल गया.
उसके बाद जितेंद्र को बॉलीवुड में फिल्म के ऑफर मिलने लगे. जीतू भैया ने बॉलीवुड की अपनी पहली ही फिल्म में आयुष्मान खुराना के साथ स्क्रीन शेयर किया था. वो फिल्म है ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’. इसमें उनकी एक्टिंग को काफी सराहा गया था. उनकी सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ में भी उन्हें काफी पसंद किया गया. इसी सीरीज से वो जीतू भैया के नाम से मशहूर हुए.
स्ट्रगल के दिनों में वो कोचिंग में फिजिक्स पढ़ाते थे. उसी पैसे से वो अपने रूम का किराया भरते थे. उनके पेरेंट्स एक्टिंग में उनके इंटरेस्ट से खुश थे, लेकिन उन्हें उनका नौकरी छोड़ना पसंद नहीं आया था. हालांकि, जितेंद्र के मुश्किल दिनों में उनकी फैमिली ने उन्हें काफी सपोर्ट किया.