जम्मू कश्मीर और लद्दाख में इंडिया गठबंधन का थ्री-टू-वन फॉर्मूला तय: सूत्र
जम्मू कश्मीर और लद्दाख में इंडिया गठबंधन का थ्री-टू-वन फॉर्मूला तय माना जा रहा है. जम्मू कश्मीर में कांग्रेस नेता विकार रसूल ने रविवार को और उस से पहले उमर अब्दुल्लाह ने हाल में में इसकी पुष्टि करते हुए इशारा किया था कि कांग्रेस घाटी में सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों से विचार विमर्श कर रही है. इंडिया गठबंधन में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी शामिल हैं.
हालांकि नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हाल ही में कहा था कि उनकी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सूत्रों के अनुसार इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच बीच थ्री टू का वन का फॉर्मूला तय हो गया हैं. जिसमें नेशनल कांफ्रेंस 3, कांग्रेस 2 और पीडीपी 1 लोक सभासीट पर चुनावी रण में नजर आएगी. जम्मू कश्मीर और लद्दाख में कुल 6 लोकसभा सीटें हैं. इनमें से तीन सीटों श्रीनगर, बारामुला और लद्दाख में नेशनल कॉन्फ्रेंस मजबूत मानी जाती है.
जम्मू संभाग में लोकसभा की दो सीटें हैं, इस पर कांग्रेस ज्यादा मजबूत मानी जाती है. ऐसे में चर्चा है कि कांग्रेस इन दोनों सीटों पर मैदान में उतरेगी. दक्षिण कश्मीर और अनंतनाग लोकसभा सीट पीडीपी के खाते में जा सकती है. इन दोनों सीटों पर महबूबा मुफ्ती की पीडीपी की मजबूती नेशनल कांफ्रेंस से अधिक हैं और सीट शेयरिंग में इसे पीडीपी को दिया जाना करीब-करीब तय माना जा रहा है.
घाटी में कौन-कौन होंगे इंडिया गठबंधन के चेहरे?
कश्मीर संभाग में नेशनल कांफ्रेंस द्वारा दो सीट और लद्दाख वाली एक सीट पर संभावित तौर पर ऐसे नेता नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार बनके सामने आ सकते हैं. श्रीनगर से उमर अब्दुल्ला खुद मैदान में उतर सकते हैं. जबकि उत्तरी कश्मीर से नेशनल कांफ्रेंस के युवा और शिया नेता आगा रुहल्लाह और लद्दाख से सजाद कारगिली नैशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार की हैसियत से सामने आसक्त हैं. कश्मीर संभाग से दक्षिण कश्मीर की सीट संभावित तौर पे महबूबा मुफ्ती खुद चुनाव लड़ेंगी, जबकि सूत्रों का यह भी कहना हैं कि गुज्जर बकरवाल नेता मिया अल्ताफ महबूबा मुफ्ती को समर्थन देंगे.
उत्तरी कश्मीर सीट बारामुला के लिए सजाद गनी लोन के नाम का ऐलान
इसी बीच सजाद गनी लोन की जम्मू कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस ने भी उत्तरी कश्मीर सीट बारामुला के लिए पार्टी अध्यक्ष सजाद गनी लोन के नाम की घोषणा की हैं. पार्टी का कहना हैं कि पार्टी कश्मीर संभाग में स्थित दो अन्य सीटों की घोषणा जल्दी करेगी हालांकि पार्टी ने स्पष्ट किया हैं कि वह जम्मू संभाग से चुनाव नही लडेगी ताकि वोट न बांटा जाए.
हालांकि सूत्रों के अनुसार पीपुल्स कांफ्रेंस, पूर्व पीडीपी नेता द्वारा खड़ी की गई जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के साथ लोकसभा चुनावों को लेकर गठबंधन कर सकती हैं क्योंकि जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी की साख श्रीनगर सीट में पीपुल्स कांफ्रेंस की तुलना में मजबूत हैं हालांकि जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी पीडीपी से अलग हुए एक अन्य नेता रफी मीर को दक्षिण कश्मीर से चुनावी रण में उतार सकती हैं.