अपनी ‘चाहत’ के चक्कर में पहुंचा मलेशिया, एयरपोर्ट पर हुआ सच से सामना, सांप के मुंह में फंसे छछूंदर सी हुई हालत
पंजाब के गुरदासपुर जिले के चंदरभान गांव में रहने वाले संदीप कुमार को मलेशिया से डिपोर्ट करके दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट भेजा गया था. आईजीआई एयरपोर्ट के डिपोर्टी रूम में तैनात इमीग्रेशन अधिकारी सुभाष चंद्र ने जांच के दौरान पाया कि संदीप कुमार के पासपोर्ट के पेज संख्या 11 पर लगी दो मलेशियाई इमीग्रेशन स्टैंप को फर्जी पाया गया है. जिसके बाद, संदीप कुमार को विस्तृत जांच के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन के हवाले कर दिया गया था.
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी ऊषा रंगनानी के अनुसार, इमीग्रेशन ब्यूरो ने पासपोर्ट के पेज संख्या 11 पर दो फर्जी मलेशियाई इमीग्रेशन स्टैंप पाईं थी. जिसमें पहली स्टैंप 13 सितंबर 2022 और दूसरी स्टैंप 06 जनवरी 2024 की थी. इसी आधार पर आरोपी संदीप कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 420/468/471 और पासपोर्ट एक्ट की धारा 12 के तहत एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया था. पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि वह पैसा कमाने की चाहत में विदेश जाना चाहता था.
उन्होंने बताया कि बीते साल वह सुखदेव सिंह और राजेश कुमार नाम के दो एजेंटों के संपर्क में आया, जिन्होंने उससे 1.2 लाख रुपये के बदले थाईलैंड के रास्ते से मलेशिया भेजने का वादा किया था. वादे के मुताबिक सितंबर 2023 में संदीप कुमार को बैंकॉक भेज दिया गया. वहीं बैंकॉक में सुखदेव और राजेश के जानकार एजेंट्स ने संदीप को गैरकानूनी तरीके से मलेशिया की सीमा पार करा दी और उसके पासपोर्ट पर मलेशियाई इमीग्रेशन की फर्जी स्टैंप लगा दी. वहीं, पासपोर्ट पर स्टैंप लगते ही संदीप को पूरा माजरा समझ में आ गया.