किस भाषा का शब्द है ‘बोतल’? हिन्दी में इसे क्या कहते हैं, जानें सही जवाब
रोजमर्रा की जिंदगी में हम कई सारी चीजों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उनके बारे में पूरी जानकारी नहीं होती. अब बोतल को ही ले लीजिए. हर घर में बच्चा बच्चा इसी नाम से पुकारता है. लेकिन क्या आपको पता है कि बोतल हिन्दी शब्द नहीं है.
तो फिर बोतल को हिन्दी में क्या कहते हैं? सोशल मीडिया में यही सवाल पूछा गया. लोगों ने अपनी-अपनी जानकारी के हिसाब से जवाब दिया. आइए जानते हैं कि आखिर बोतल का हिन्दी में सही नाम क्या है?
सोशल मीडिया प्लेटफार्म कोरा पर अरविन्द व्यास नाम के एक शख्स ने इसके बारे में बताया है. उन्होंने लिखा, बोतल शब्द पुर्तगाली भाषा के बोतेल्हो (botelha) से आया है. यह चौदहवीं शताब्दी से प्रयोग में आया. गिलास की तरह ही बोतल का चलन यूरोपीय सभ्यता के समय से शुरू माना जाता है. गिलास की तरह बोतल भी कांच की बनती है. बोतल शब्द की रचना ग्रीक शब्द बौत्तिस (βοῦττις) के लैटिन रूप बुत्तीस (buttis) से हुई है. दोनों शब्दों का अर्थ पात्र यानी बर्तन से माना गया है. भारत में बोतल शब्द बाटकी यानी कटोरी से मिलता जुलता है. अंग्रेजी का बॉटल शब्द भी इसी बाटकी से बना है. इसे हिन्दी में भी बोतल ही कहा जाता है. क्योंकि इस शब्द को हूबहू अपना लिया गया है.
शीशी शब्द कहां से आया
बोतल की जगह कई देशों में शीशी शब्द का इस्तेमाल होता है, क्योंकि दोनों कांच की बनाई जाती हैं. शीशी शब्द फारसी भाषा के शब्द शीशह से आया है. मिस्र की भाष में इसे शेस कहा जाता है. फारसी में इस शब्द का अर्थ-विस्तार होकर कांच तथा कांच से बनी वस्तुओं के अर्थ में प्रयोग किया जाता है. इसी शब्द को भारत में भी लिया गया है. बोतल का एक गुण है कि इसके मुंह के पास संकरी ग्रीवा होती है, ताकि उसमें रखी वस्तु आसानी से बह न जाए. अंग्रेजी में बोटलनेक शब्द की उत्पत्ति यहीं से हुई.
प्लास्टिक बोतलें 1947 से प्रचलन में आईं
लगभग सभी सभ्यताओं में कच्ची और पक्की मिट्टी की बोतलें मिलती हैं. सिंधु घाटी सभ्यता से एक कुप्पी का जिक्र है, जो लगभग चार हजार वर्ष पुरानी है. मेसोपोटामिया में कांच की बोतल बनाने के प्रमाण मिले हैं. यह सभ्यता 1500 ईसा पूर्व रही. ब्रिटिश म्यूजियम में इसके साक्ष्य भी रखे हुए हैं. प्लास्टिक बोतलें 1947 से प्रचलन में आईं. जबकि एल्युमीनियम की बोतलें 2001 से बनाई जा रही हैं. इससे पहले रबर की बोतलें 1