IND vs BAN: कानपुर टेस्ट से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, 20 लोगों के खिलाफ FIR, सड़क पर किया हवन
भारत और बांग्लादेश के बीच चेन्नई में पहला टेस्ट मैच खत्म हो चुका है और अब दूसरे टेस्ट मैच का इंतजार है. कानपुर में 27 अगस्त से ये मुकाबला शुरू होगा. करीब 3 साल के बाद कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में टेस्ट क्रिकेट की वापसी हुई है. ऐसे में इसे लेकर शहर में उत्साह है लेकिन इसके साथ ही पुलिस ने सुरक्षा के ज्यादा कड़े इंतजाम किए हैं क्योंकि इस बार स्थिति बेहद अलग है. सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए कानपुर पुलिस ने टेस्ट मैच शुरू होने से पहले एक बड़ा एक्शन भी लिया है और 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. ये एफआईआर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज हुई है, जिन्होंने स्टेडियम की रोड के सामने हवन किया था.
स्टेडियम और होटल के बाहर अधिकारी तैनात
पीटीआई की रिपोर्ट में कानपुर पुलिस के डीसीपी (ईस्ट) श्रवण कुमार सिंह के हवाले से बताया गया है कि ग्रीन पार्क स्टेडियम और दोनों टीमों के होटल लैंडमार्क को अलग-अलग सेक्टर, जोन और सब-जोन में बांटा गया है. इतना ही नहीं, डीसीपी, एडिशनल डीसीपी और एसीपी रैंक के अधिकारियों को इस पूरे आयोजन के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इतना ही नहीं, टेस्ट मैच के सफल आयोजन के लिए कानपुर पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की मांग की है, जिन्हें मैच के दौरान तैनात किया जाएगा.
बांग्लादेशी टीम का विरोध
असल में इस अतिरिक्त सुरक्षा की एक बड़ी वजह बांग्लादेश क्रिकेट टीम है, जिसको भारत बुलाए जाने और उसके खिलाफ
टेस्ट सीरीज खेले जाने का विरोध भी हो रहा है. बांग्लादेश में पिछले महीने सरकार के तख्ता पलट के बाद से ही वहां काफी हिंसा देखने को मिली, जिसमें खास तौर पर बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्याचार और हत्या के कई मामले सामने आए. ऐसी घटनाओं के कारण ही कई हिंदू संगठनों ने बांग्लादेशी टीम को भारत बुलाए जाने का विरोध किया था. इस दौरान कुछ संगठनों ने इन मैच में दखल देने की भी धमकी दी थी.
कानपुर में भी इसी तरह एक संगठन ने टेस्ट मैच से पहले बांग्लादेशी टीम के विरोध में हवन किया था. अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने ग्रीन पार्क स्टेडियम के ठीक सामने वाली सड़क को रोककर बांग्लादेशी टीम के खिलाफ हवन किया था. इसी मामले में अब कानपुर पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया है. इसमें कुछ लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज हुई, जबकि 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है.