IND vs BAN: रवींद्र जडेजा पर नहीं रोहित शर्मा को भरोसा? कानपुर टेस्ट के बीच कप्तान पर उठे सवाल
भारत-बांग्लादेश के बीच कानपुर टेस्ट का पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया. शुक्रवार 27 सितंबर से शुरू हुए इस टेस्ट के पहले दिन सिर्फ 35 ओवर का खेल हो सका, जिसमें बांग्लादेशी टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 3 विकेट खोकर 107 रन बनाए. टीम इंडिया ने टॉस जीता था और कप्तान रोहित शर्मा ने पहले बॉलिंग का फैसला किया था लेकिन ये दांव कुछ खास काम करता नहीं दिखा है. तेज गेंदबाजों को वैसी मदद नहीं मिली, जिसकी उम्मीद भारतीय टीम ने की थी और पहले बॉलिंग चुनी थी. इस पर वैसे ही सवाल खड़े होने लगे हैं लेकिन मशहूर कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर ने इससे अलग एक ऐसे मुद्दे पर ध्यान खींचा है, जो रोहित शर्मा की कप्तानी को कठघरे में खड़ा करता है.
ग्रीन पार्क स्टेडियम में ये मुकाबला बारिश के कारण देरी से शुरू हुआ था. कानपुर की परिस्थितियां हवादार बनी हुई थीं, इसलिए भारतीय टीम मैनेजमेंट ने शायद पहले गेंदबाजी का फैसला किया, जो कानपुर समेत भारत के किसी भी मैदान पर टेस्ट मैच में बहुत ही कम देखने को मिला है. यहां तक कि 9 साल बाद भारत में खेले गए किसी टेस्ट मैच में टीम इंडिया के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग का फैसला किया था. ऐसे में रोहित का ये फैसला सवालों के घेरे में आ गया. फिर टीम इंडिया को उम्मीद के मुताबिक जल्दी-जल्दी सफलताएं भी नहीं मिलीं और 35 ओवर में सिर्फ 3 विकेट ही हाथ आए.
जडेजा से बॉलिंग न करवाने पर उठाए सवाल
कप्तान रोहित ने इस दौरान 4 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, जिसमें तीनों तेज गेंदबाजों और रविचंद्रन अश्विन ने ये 35 ओवर डाले. इसमें 2 विकेट पेसर आकाश दीप और एक विकेट दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने लिए. यानि एक भी ओवर की गेंदबाजी बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा को नहीं मिली और पूर्व भारतीय बल्लेबाज और कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर ने रोहित के इस फैसले पर ही सवाल खड़े किए हैं. ये सवाल बाएं हाथ के बल्लेबाजों से भरे बांग्लादेश के टॉप ऑर्डर के खिलाफ रवींद्र जडेजा से बॉलिंग न करवाने को लेकर है.
मांजरेकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में रवींद्र जडेजा के कुछ आंकड़ों का जिक्र किया और लिखा कि रोहित को ये दिखाए जाने की जरूरत है. ये आंकड़े भारत-इंग्लैंड के बीच 2016 की टेस्ट सीरीज के थे, जिसमें जडेजा ने बाएं हाथ के बल्लेबाज और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलेस्टर कुक को 8 पारियों में 6 बार अपना शिकार बनाया था और सिर्फ 75 रन उनके खिलाफ खर्चे थे. मांजरेकर ने लिखा कि जब भी बाएं हाथ के बल्लेबाज क्रीज पर होते हैं तब रोहित कभी भी जडेजा को जल्दी गेंदबाजी पर नहीं लगाते.
Rohit needs to be shown this stat-
JADEJA vs COOK, 2016 series :
In 8 inngs, got him out 6 times, conceded just 75 runs.
Rohit tends to not bowl Jadeja early when there are left landers out there. #INDvsBANTEST
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) September 27, 2024
क्या वाकई जडेजा का इस्तेमाल नहीं करना गलत है?
बांग्लादेश के बैटिंग ऑर्डर के शुरुआती 4 खिलाड़ी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं. आम तौर पर यही माना जाता है कि बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर्स का इस्तेमाल किया जाए क्योंकि वो गेंद को बाहर की ओर निकालते हैं, जबकि बाएं हाथ के गेंदबाजों को बॉलिंग पर लगाने से अक्सर बचा जाता है, क्योंकि बाएं हाथ के बल्लेबाज उनके खिलाफ ज्यादा आसानी से बैटिंग कर पाते हैं. इस तर्क के आधार पर ये फैसला एक बार के लिए सही नजर आता है लेकिन ये ऐसा भी नहीं है कि बाएं हाथ के गेंदबाज वो असर नहीं डाल सकते. जडेजा ने भी अपने करियर में 299 टेस्ट विकेट में से 102 बार बाएं हाथ के बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है. ऐसे में मांजरेकर का सवाल एक बार के लिए जायज नजर आता है.