IND vs BAN T20 World Cup: प्रैक्टिस मैच भी नहीं आसान, टीम इंडिया का होगा इन 5 चुनौतियों से सामना
टी20 वर्ल्ड कप 2024 वाला महीना शुरू हो चुका है और इसके साथ ही एक बार फिर भारतीय फैंस खिताब की उम्मीदों के साथ टीम इंडिया को सपोर्ट करने में जुट गए हैं. वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का असली सफर तो 5 जून से होगा लेकिन उससे पहले शनिवार को उसे एक प्रैक्टिस मैच खेलना है. न्यूयॉर्क के नैसो काउंटी क्रिकेट स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश की ये टक्कर होनी है, ऐसे में ये मैच भारतीय टीम की तैयारियों को परखने के साथ ही टूर्नामेंट के मुख्य मैचों के लिए उसे अच्छा अनुभव देगा. इस मैच में टीम इंडिया को 5 अहम चुनौतियों से निपटना होगा.
एकजुट होकर खेलना
किसी भी टीम की सफलता के लिए उसका एकजुट होकर खेलना जरूरी है. भारतीय टीम के लिए ये बातें दो वजहों से की जा रही है. पहला, टीम इंडिया ने जनवरी के बाद से कोई टी20 मैच नहीं खेला. सभी खिलाड़ियों ने 2 महीने तक आईपीएल खेला लेकिन अलग-अलग टीमों के साथ. फिर टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी आए हैं, जो रेगुलर नहीं रहे हैं, इसलिए उनका बाकी टीम के साथ तालमेल जरूरी होगा.
दूसरा, कप्तान रोहित शर्मा और उप-कप्तान हार्दिक पंड्या के बिगड़े हुए समीकरण हैं. आईपीएल में मुंबई इंडियंस ने रोहित को कप्तानी से हटाकर हार्दिक को कमान सौंपी थी. इसके बाद से ही पूरे टूर्नामेंट में दोनों के बीच अनबन की खबरें आती रहीं और मैदान पर भी रिश्तों में बेरुखी नजर आई. अब यहां रोहित कप्तान हैं, ऐसे में दोनों का एकजुट होना बेहद जरूरी है.
पिच और परिस्थितियों को समझना
अमेरिका में खास तौर पर न्यूयॉर्क में तो पहली बार ही कोई क्रिकेट टूर्नामेंट हो रहा है. नैसो काउंटी में तैयार किया गया अस्थायी स्टेडियम हर लिहाज से टीम इंडिया के लिए एक पहेली होगा. बांग्लादेश के लिए भी ये नया अनुभव ही होगा, लेकिन टीम इंडिया को ग्रुप स्टेज के अपने 3 मैच यहां खेलने हैं. ऐसे में यहां की पिच को समझना सबसे अहम होगा. यहां पर ड्रॉप-इन पिचें लगाई गई हैं और ऐसी पिचों पर खेलने का ज्यादा अनुभव टीम इंडिया के पास नहीं है. साथ ही मैदान की बाउंड्री कितनी बड़ी हैं और वहां मौसम का कितना असर पहले या बाद में बैटिंग करने पर पड़ेगा, वो जानना होगा.
विकेटकीपर का सेलेक्शन
इसके बाद टीम इंडिया के सामने प्लेइंग इलेवन का सेलेक्शन एक बड़ी चुनौती है. इस मैच में विराट कोहली के खेलने की उम्मीद नहीं है, इसलिए ओपनिंग में तो कप्तान रोहित के साथ यशस्वी जायसवाल ही उतरेंगे. ऐसे में सवाल विकेटकीपर का आता है. क्या ऋषभ पंत को ये रोल मिले या संजू सैमसन को. पंत लेफ्ट हैंडर बल्लेबाज का विकल्प देते हैं, जबकि सैमसन को बैटिंग ऑर्डर में टॉप से लेकर फिनिशर जैसे रोल के लिए उतारा जा सकता है. टूर्नामेंट शुरू होने से पहले इसका समाधाना ढूंढ़ना सबसे जरूरी होगा.
स्पिनर कौन होगा?
टीम इंडिया में इस बार चार स्पिनरों को मौका दिया गया, जिसमें रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल तो लेफ्ट आर्म स्पिन ऑलराउंडर हैं, जबकि युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव रिस्ट स्पिनर हैं. वेस्टइंडीज में होने वाले सुपर-8, सेमीफाइनल और फाइनल को देखते हुए सेलेक्टर्स ने ये दांव चला. लेकिन न्यूयॉर्क में भी क्या स्पिनर असरदार होंगे? अगर होंगे भी तो कैसे स्पिनर्स? इसका पता भी प्रैक्टिस मैच से हो पाएगा. इसलिए टीम कितने स्पिनर उतारेगी, ये बड़ा सवाल है. रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव का खेलना तय दिख रहा है लेकिन इनके अलावा भी कोई होगा? ये देखना होगा.
बुमराह के साथ कौन होगा पेसर?
टीम इंडिया में सिर्फ तीन प्रमुख तेज गेंदबाज हैं, जिसमें जसप्रीत बुमराह का खेलना तो तय है लेकिन उनका साथ कौन देगा? अर्शदीप सिंह लेफ्ट आर्म पेसर का विकल्प देते हैं, जबकि मोहम्मद सिराज के पास अच्छा अनुभव है. वैसे भी टीम इंडिया के पास हार्दिक पंड्या के रूप में एक और सीमर का ऑप्शन है ही, तो क्या सिर्फ 2 ही मुख्य तेज गेंदबाज होंगे या फिर तीनों को मौका मिलेगा?