IND VS ENG: गयाना में जीत का फॉर्मूला, टीम इंडिया को सेमीफाइनल में बस करना होगा ये काम

क्रिकेट में अब आंकड़े एक बहुत अहम रोल निभाते हैं. कई टीमें बड़े मुकाबलों में विरोधीयों के खिलाफ इसका इस्तेमाल रणनीति बनाने के लिए करती हैं. भारत और इंग्लैंड के बीच भी 27 जून को एक बहुत बड़ा मुकाबला खेलने जा रही हैं. दोनों ही टीमें गयाना में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भिड़ने वाली हैं. इस अहम मुकाबले से पहले मौजूदा टूर्नामेंट और मैदान से जुड़े कुछ आंकड़े सामने आए हैं. अगर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इनका इस्तेमाल करके रणनीति बनाते हैं, तो इंग्लैंड को हराने में आसानी हो सकती है.
पहले बल्लेबाजी में मिलती है सफलता
क्रिकेट में टॉस बहुत जरूरी होता है, क्योंकि पिच और मौसम के अनुसार कप्तान बल्लेबाजी या गेंदबाजी चुनते हैं. गयाना में यहां पर पहले से बारिश की संभावना है, इसलिए टॉस एक बड़ा फैक्टर होगा. इस टी20 वर्ल्ड कप में कुल 5 मैच हुए हैं. इसमें पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने 3 मैच जीते हैं, वहीं चेज करते हुए 2 मैचों में जीत मिली. इसके अलावा 2022 से हुए दिन के टी20 मुकाबलों में भी 9 में से 5 जीत पहले बैटिंग करते हुए ही मिली है, जबकि 4 बार चेज करने वाली टीम ने जीते हैं. यानी यहां चेज करना मुश्किल रहता है. यदि रोहित शर्मा टॉस जीतते हैं तो उन्हें पहले बैटिंग करना चाहिए.
स्पिनर्स सबसे बड़े हथियार
गयाना की पिच पर स्पिनर्स का दबदबा रहता है. 2022 से यहां हुए टी20 मुकाबलों में स्पिनर्स ने कुल 162 विकेट लिए हैं, जिसमें रिस्ट स्पिनर्स ने 40 विकेट और 122 विकेट फिंगर स्पिनर्स ने लिए हैं. इस दौरान रिस्ट स्पिनर्स की इकॉनमी 6.7 और फिंगर स्पिनर्स की इकॉनमी 7 की रही. ऐसे में कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा टीम इंडिया के लिए सबसे बड़े हथियार साबित हो सकते हैं.
लो-स्कोरिंग मैच का अनुमान
गयाना के मैदान पर वर्ल्ड कप मैच के दौरान पावरप्ले में केवल 6.4 की औसत से रन बने हैं. वहीं मिडिल ओवर्स में ये औसत घटकर 5.5 पर चला जाता है, जबकि डेथ ओवर्स में भी केवल 7.6 औसत से ही रन बनते हैं. इस दौरान पहली पारी का औसत स्कोर 146 रहा. वहीं प्रति ओवर रन बनाने का औसत 6.20 का रहा.
वहीं 2022 से खेले गए टी20 मैच में पावरप्ले और मिडिल ओवर्स में केवल 7.3 प्रति ओवर से रन बने हैं, जबकि अंतिम के पांच ओवरों में 11 रन प्रति ओवर के हिसाब से बने. इन आंकड़ों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि सेमीफाइनल में एक लो-स्कोरिंग मैच देखने को मिल सकता है. यानी टीम इंडिया 160 के आस-पास का स्कोर खड़ा करती है, तो इंग्लैंड को चेज करने में मुश्किलें आ सकती हैं.

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