IND vs ENG 2nd Test: टीम इंडिया की प्लेइंग XI में 13 महीने बाद इस खिलाड़ी की वापसी संभव, जानिए कैसा बन रहा समीकरण
पहला टेस्ट गंवाने के बाद भारत को शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट में इंग्लैंड की बेखौफ ‘बैजबॉल’ शैली का सामना करने के लिये बेहतर रणनीति के साथ उतरना होगा जबकि उसके प्रमुख खिलाड़ी भी चोट के कारण बाहर हैं. अपनी धरती पर काफी मजबूत भारतीय टीम को हैदराबाद में पहले टेस्ट में पराजय झेलनी पड़ी. उसके बाद रविंद्र जडेजा और केएल राहुल के चोट के कारण बाहर होने से उसका काम और मुश्किल हो गया है. तीन साल पहले भी भारतीय टीम को इन्हीं हालात से दोचार होना पड़ा था जब चेन्नई में पहले टेस्ट में उसे इंग्लैंड ने हराया था लेकिन वापसी करके भारत ने सीरीज जीती थी.
जो रूट की कप्तानी वाली वह टीम हालांकि अलग थी और इस बार भारत को वापसी करने के लिये इंग्लैंड की ऐसी टीम को हराना होगा जिसने टेस्ट क्रिकेट खेलने के मानदंड ही बदल दिये हैं. हैदराबाद में पहली पारी में 190 रन से पिछड़ने के बाद उसने आक्रामक खेल की अपनी ‘बैजबॉल’ शैली से वापसी करके 28 रन से मैच जीता.ओली पोप ने स्वीप और रिवर्स स्वीप की ढाल बनाकर भारतीय फिरकी आक्रमण को बखूबी झेला जिससे रोहित शर्मा और उनकी टीम हैरान रह गई. पोप के आगे भारत का विख्यात स्पिन आक्रमण बौना साबित हो गया. दूसरे टेस्ट में भारत के पास जडेजा नहीं होंगे और 500 टेस्ट विकेट से चार विकेट दूर रविचंद्रन अश्विन को बेहतर प्रदर्शन करना होगा. इसके साथ ही अक्षर पटेल को भी विकेट लेने तथा रनों पर रोक लगाने के नये तरीके तलाशने होंगे.
वहीं जडेजा की गैर मौजूदगी में कुलदीप यादव खेल सकते हैं और यह देखना होगा कि भारत जसप्रीत बुमराह के रूप में एक तेज गेंदबाज के साथ उतरता है या वॉशिंगटन सुंदर के रूप में एक और स्पिनर को उतारता है. बायें हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार को भी टीम में जगह दी गई है. भारतीय बल्लेबाजों को भी पहले टेस्ट में नये स्पिनर टॉम हार्टली ने परेशान किया. दूसरी पारी में सिर्फ रोहित आत्मविश्वास से भरे दिखे जबकि शुभमन गिल समेत युवा ब्रिगेड ने निराश किया. गिल को रक्षात्मक खेल का खामियाजा उठाना पड़ा.
पहले टेस्ट में बल्ले से कोई कमाल नहीं दिखा पाने वाले गिल और श्रेयस अय्यर पर अच्छे प्रदर्शन का काफी दबाव होगा. केएल राहुल की जगह रजत पाटीदार खेल सकते हैं. घरेलू क्रिकेट में काफी रन बनाने के बाद आखिरकार सरफराज खान को चयनकर्ताओं ने मौका दिया है और वह डेब्यू को बेताब होंगे.
दूसरी ओर इंग्लैंड के पास 2 – 0 से बढत बनाने का सुनहरा मौका है. बेन स्टोक्स ने बेहतरीन कप्तानी का नमूना पेश करते हुए अपने संसाधनों का बखूबी इस्तेमाल किया. युवा स्पिनर हार्टली को पहली पारी में अतिरिक्त स्पैल देना उनका मास्टर स्ट्रोक रहा. इंग्लैंड के लिये चिंता का विषय अनुभवी स्पिनर जैक लीच का चोटिल होना है. युवा आफ स्पिनर शोएब बशीर इस मैच के जरिये इंग्लैंड के लिये पदार्पण करेंगे. पहले मैच में तेज गेंदबाज मार्क वुड प्रभावित नहीं कर सके लिहाजा अनुभवी जेम्स एंडरसन को प्लेइंग इलेवन में जगह मिली है.