Independence Day: 15 अगस्त पर पढ़ें देशभक्ति से लबरेज वो 15 डायलॉग, जो खून का दौड़ान तेज कर देंगे

15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था. लगभग 200 साल अंग्रेजों ने हिंदुस्तान पर राज किया था. हालांकि, ये आजादी शब्द सुनने में जितना आसान लगता है, उसे पाना उतना आसान नहीं था. भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने सालों तक ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जंगें लड़ीं. तमाम देशवासी चैन की सांस ले सकें, उसकी खातिर कई लोगों ने खुद को कुर्बान कर दिया. तब जाकर भारत स्वतंत्र हुआ था.
जब-जब आजादी की बात होती है तो महात्मा गांधी, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, अशफाक उल्ला खां जैसे नामों का जिक्र जरूर होता, जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए लड़ी गई लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी. इन तमाम स्वतंत्रता सेनानियों को हमेशा याद रखा जा सके, उनकी कहानी बच्चे-बच्चे तक पहुंचे, इसलिए उन पर कई फिल्में भी बनीं. उन फिल्मों में कई ऐसे डायलॉग भी रहे, जो देशभक्ति के जज्बे से लबरेज हैं. आजादी को 77 साल पूरे हो चुके हैं. चलिए आज कुछ ऐसे डायलॉग्स पर एक नजर डालते हैं, जो खून का दौड़ान तेज़ कर देते हैं.
1.फिल्म- सोल्जर
जो देश के लिए जान दे देते हैं वो शहीद कहलाते हैं और जो देश के लिए जान ले लेते है वो कातिल नहीं सोल्जर कहलाते हैं
2.कांटे
हिंदुस्तानी जैसा भी हो, उसे दो चीजें बिल्कुल पंसद नहीं. पहला क्रिकेट में हार और दूसरे अपने देश पर वार
3. उरी द सर्जिकल स्ट्राइक
ये हिंदुस्तान अब चुप नहीं बैठेगा. ये नया हिंदुस्तान है. ये घर में घुसेगा भी और मारेगा भी
4.चक दे इंडिया
मुझे स्टेट्स के नाम न सुनाई देते हैं, न दिखाई देते हैं. सिर्फ एक मुल्क का नाम सुनाई देता है…इंडिया
5. गदर: एक प्रेम कथा
आपका पाकिस्तान जिंदाबाद है, इससे हमें कोई ऐतराज नहीं, लेकिन हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद है, जिंदाबाद था और जिंदाबाद रहेगा
6. रंद दे बसंती
अब भी जिसका खून न खौला, वो खून नहीं पानी है, जो देश के काम ना आए वो बेकार जवानी है
7. रंग दे बसंती
कोई भी देश परफेक्ट नहीं होता, उसे परेफेक्ट बनाना पड़ता है
8. इंडियन
हम हाथ मिलाना भी जानते हैं, हाथ उखाड़ना भी. हम गांधी जी को भी पूजते हैं और चंद्रशेखर आजाद को भी. मैं भी पहले प्यार से समझाता हूं फिर हथियार से
9. अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
मौत की मंडियों में जा-जाकर अपने बेटों की बोलियां दी हैं. देश ने जब भी एक सर मांगा, हमने भर-भरकर झोलियां दी हैं
10. पुकार
यह वीर शिवाजी, राणा प्रताप जैसे बहादुरों की सरजमीं है, जिसे भगत सिंह, आजाद, अश्फाक उल्ला खां ने अपने खून से सींचा है. हमें कोई तोड़ नहीं सकता है. हम हिन्दुस्तानी एक हैं और एक ही रहेंगे. और देश के हर एक दुश्मन को मिलकर मारेंगे
11. मां तुझे सलाम
तुम दूध मांगोगे, हम खीर देंगे, तुम कश्मीर मांगोगे तो हम चीर देंगे
12. बेबी
रिलीजन वाले कॉलम में हम बोल्ड और कैपिटल में इंडियन लिखते हैं
13. क्रांतिवीर
ये मुसलमान का खून, ये हिन्दू का खून. बता इसमें मुसलमान का कौन सा हिन्दू का कौन सा? बता
14. शौर्य
शौर्य सिर्फ किसी को मार गिराने को नहीं कहते. शौर्य सिर्फ सलामी देने को नहीं कहते. शौर्य तो हमारे बहुत अंदर होता. एक हौसला, एक हिम्मत
15. पूरब और पश्चिम
देश पर मरने वाला कभी नहीं मरता

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *