‘भारत…… और भारत के बाहर’ पद्मभूषण अवॉर्ड जीतने के बाद मिथुन चक्रबर्ती ने दिया अनोखा रिएक्शन, सुनकर खुश हो जाएगा मन

बॉलीवुड स्टार मिथुन चक्रबर्ती ने 80 और 90 के दशक में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं. मिथुन चक्रबर्ती ने अपने करियर में खूब धूम मचाई है. अभी भी एक्टिंग के मामले में मिथुन का कोई सानी नहीं है. बीते रोज गुरुवार को मिथुन चक्रबर्ती को पद्मभूषण अवॉर्ड 2024 के लिए चुना है. इस सम्मान के लिए मिथुन चक्रबर्ती का भी रिएक्शन सामने आया है.

मिथुन चक्रबर्ती ने इस अवॉर्ड के लिए सरकार का शुक्रिया कहा है. साथ ही उन्होंने इस अवॉर्ड को भारत में और भारत के बाहर के दोस्तों का शुक्रिया अदा किया है. मिथुन चक्रबर्ती ने इसको लेकर एक वीडियो जारी किया है. जिसमें मिथुन ने कहा कि मैं इस अवॉर्ड को भारत और भारत के बाहर के दोस्तों को समर्पित करता हूं. बहुत मेहनत के बाद जब सम्मान मिलता है तो उसकी खुशी अलग होती है.

कोलकाता में जन्मे थे मिथुन चक्रबर्ती

16जून 1950 को कोलकाता में जन्मे मिथुन ने 1976 में समीक्षकों द्वारा प्रशंसित मृणाल सेन की फिल्म ‘मृगया’ से अभिनय की शुरुआत की. उनकी बड़े पर्दे की यात्रा एक आकर्षक यात्रा है और उन्हें ड्रामा, एक्शन और नृत्य सहित विभिन्न शैलियों के बीच सहज रूप से बदलाव करने की उनकी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता है. वास्तव में, मिथुन की फिल्मोग्राफी उनकी बहुमुखी प्रतिभा और स्थायी अपील का प्रमाण है. यहां आईएएनएस द्वारा उनकी सबसे यादगार फिल्मों का चयन किया गया है.

मृगया’ : अभिनेता का सिनेमा में प्रवेश 1976 में ब्रिटिश राज पर आधारित ऐतिहासिक फिल्म ‘मृगया’ से शुरू हुआ, जिसका निर्देशन मृणाल सेन ने किया था. एक संथाल विद्रोही के किरदार में युवा और ताकतवर मिथुन ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिलाया.

मेरा रक्षक’ : 1978 की एक्शन से भरपूर इस फिल्म में, मिथुन ने एक सतर्क व्यक्ति की भूमिका निभाकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और एक्शन सिनेमा के क्षेत्र में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया.

डिस्को डांसर’: बब्बर सुभाष द्वारा निर्देशित 1982 की डांस फिल्म में मिथुन और किम यशपाल प्रमुख भूमिकाओं में हैं. यह प्रतिष्ठित फिल्म, जो बप्पी लाहिरी के प्रमुख और पार्टी पसंदीदा जैसे ‘जिमी जिमी जिमी आजा’, ‘आई एम ए डिस्को डांसर’, ‘याद आ रहा है’ और ‘कोई यहां नाचे नाचे’ के संगीत के लिए जानी जाती है. इस फिल्‍म को न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्‍यार मिलाा.

शौकीन’ :1982 की कॉमेडी फिल्म में मिथुन के अभिनय के साथ हास्य को संतुलित करने की क्षमता दिखाई गई, जिससे उन्हें रिश्तों के जाल में फंसे एक युवा व्यक्ति (रवि आनंद) के चित्रण के लिए प्रशंसा मिली. इसमें दिग्गज अशोक कुमार, उत्पल दत्त, एके. हंगल और रति अग्निहोत्री भी शामिल थे.

‘डांस डांस’ : जॉन टैवोल्टा के क्लासिक ‘सैटरडे नाइट फीवर’ से प्रेरित डिस्को युग की सफलता पर सवार होकर 1987 की इस फिल्म ने मिथुन की ‘डिस्को डांसर’ के रूप में स्थिति को और मजबूत किया और उनके कुछ सबसे यादगार डांस मूव्‍स को प्रदर्शित किया. इस संगीतमय फिल्म में स्मिता पाटिल और मंदाकिनी भी थीं. फिल्म का संगीत 1980 के दशक की इटालो डिस्को शैली से प्रेरित था.

‘अग्निपथ’ : मुकुल आनंद द्वारा निर्देशित 1990 की इस एक्शन क्राइम ड्रामा में मिथुन चक्रवर्ती ने कृष्णन अय्यर एमए का गहन चित्रण किया. फिल्म की समग्र सफलता में योगदान देते हुए एक स्थायी प्रभाव छोड़ा. इसमें अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में थे.

ताहादेर कथा’ : अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित बुद्धदेब दासगुप्ता द्वारा निर्देशित 1992 के इस बंगाली नाटक में, मिथुन ने एक सम्मोहक प्रदर्शन करते हुए अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिसने कहानी में गहराई जोड़ दी. उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला.

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