भारतीय सैनिकों की वापसी पर राजी हुआ भारत, मालदीव के विदेश मंत्रालय ने किया दावा

भारत और मालदीव के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। मालदीव के मंत्रियों ने जब भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपमानजनक बयान दिया उस दौरान राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पांच दिवसीय चीन यात्रा पर थे।

वहीं चीन से वापस आने के बाद से राष्ट्रपति मुइज्जू तल्ख तेवर दिखाते नजर आ रहा है। पहले लाइसेंस वाला बयान और अब मालदीव से भारतीय सैनिकों को हटाने के लिए कहा है। वहीं अब मालदीव की ओर से दावा किया जा रहा है कि भारत इसके लिए राजी भी हो गया है।

मालदीव से सैनिकों की वापसी के लिए राजी हुआ भारत?

भारत और मालदीव के बीच उच्च स्तरीय बैठक

चीन से आते ही राष्ट्रपति मुइज्जू के बिगड़े बोल

मालदीव के विदेश मंत्रालयने दावा किया है कि भारत अपने सैनिकों को 15 मार्च तक वापस बुलाने के लिए राजी हो गया है। मालदीव के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, “मालदीव के विदेश मंत्रालय में हुई बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की। विकास सहयोग सहित आपसी हित के कई मुद्दों पर चर्चा हुई।”

मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा, “दोनों पक्षों ने सहयोग बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की और भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी में तेजी लाने पर सहमति व्यक्त की। बैठक में इस बात पर सहमति हुई कि उच्च स्तरीय कोर ग्रुप की दूसरी बैठक पारस्परिक रूप से सुविधाजनक समय पर होगी।” बता दें, मालदीव में भारतीय सेना के 77 कर्मी मौजूद हैं।

 

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